Mau News Sabki Baathttp://maunews.in/samachar/1794/ घरेलू कामगारों की समस्याओ पर जागरूकता जरुरीलखनऊ,गैर सरकारी संगठन येश्वर्याज सेवा संस्थान एवं सेव कल्चरल वैल्यूज फाउन्डेशन के सामूहिक तत्वाधान में राजाजीपुरम् में येश्वर्याज सेवा संस्थान के कैम्प कार्यालय में ''घरेलू कामगारों की समस्याएं और समाधान'' विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का उत्घाटन करते हुए प्रसिद्ध समाजसेवी राम स्वरूप यादव ने बताया कि देश में कुल कामगारों का लगभग 20 प्रतिशत हिस्सा घरेलू कामगारों के रूप में काम करता है। इसमें से अधिकांश महिलाएं है। आज वह समय आ गया है जब हमें इन घरेलू कामगारों की समस्याओं का निदान करने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे अन्यथा यह स्थिति अनेकों सामाजिक समस्याओं को जन्म देंगी। उन्होंने बताया कि विश्व के कुल काम के घंटों में से लगभग 67 प्रतिशत समय महिलाएं काम करती है, लेकिन वह मात्र 10 प्रतिशत ही आय अर्जित करती है। यह स्थिति विचारणीय है एवं इसे बदलने की आवश्यकता है। सेव कल्चरल वैल्यूज फाउन्डेशन के सचिव आशीष श्रीवास्तव ने कहा ''यद्यपि महाराष्ट्र में घरेलू कामगारों की सुरक्षा के लिए वर्ष 2008 में कानून बनाया जा चुका है परन्तु यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह कानून आज तक लागू नहीं हो सका। आज आवश्यकता इस बात की है कि हम उत्तर प्रदेश में भी घरेलू कामगारों की सुरक्षा के लिए कानून बनवाकर उसे तत्काल लागू करायें। केन्द्र सरकार ने घरेलू कामगारों को 30 हजार रूपये का स्वास्थ्य बीमा प्रदान करने की योजना शुरू की है जिसका 3/4 प्रीमियम केन्द्र सरकार और 1/4 प्रीमियम राज्य सरकार को देना है। केन्द्र सरकार की इस योजना के बारे में जागरूकता फैलाना आवश्यक है।''येश्वर्याज सेवा संस्थान की सचिव उर्वशी शर्मा ने कहा ''जिन घरेलू श्रमिकों के बिना हमारा जीवन घिसटता प्रतीत होने लगता है, उनके लिये अब तक कोई सरकारी योजना नहीं है। इस दिशा में सरकार ने पहली बार सकारात्मक कदम उठाते हुए अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के बैनर तले एक ''कन्वेंशन'' पर हस्ताक्षर किये है। घरेलू कामगार न तो नौकर होता है और न ही परिवार का सदस्य। अतः उसकी हैसियत एक कर्मचारी की होनी चाहिए और उसे कर्मचारियों को मिलने वाली सामान्य सुविधाएं जैसे-न्यूनतम मजदूरी, काम के घंटों का निर्धारण, सप्ताह में एक दिन का अवकाश, ओवर टाइम या अतिरिक्त कार्य पर अलग से भुगतान की व्यवस्था, सामाजिक सुरक्षा, मातृत्व पर सवेतन अवकाश की सुविधा मिलनी चाहिए।'' घरेलू कामगारों और असंगठित क्षेत्र में महिलाओं के साथ बढ़ रही हिंसा और योन शोषण के मामले में चिन्ता जताते हुए उर्वशी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि असंगठित श्रमिक सामाजिक सुरक्षा विधेयक 2007 में महिला श्रमिकों को श्रमिक ही नहीं माना गया है। संगोष्ठी में अन्य वक्ताओं ने बाल श्रम निवारण, न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, न्यूनतम मजदूरी को बढ़ाने आदि पर विस्तृत विचार-विमर्श किया। संगोष्ठी के अंत में घरेलू कामगारों की समस्याओं के निदान हेतु भारत के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी प्रेषित किया गया। |
Sunday, May 27, 2012
घरेलू कामगारों की समस्याओ पर जागरूकता जरुरी
घरेलू कामगारों की समस्याओ पर जागरूकता जरुरी
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Sunday, May 27, 2012
घरेलू कामगारों की समस्याओ पर जागरूकता जरुरी
Posted on May 27, 2012 by anupsrinarayan
लखनऊ,
गैर सरकारी संगठन येश्वर्याज सेवा संस्थान एवं सेव कल्चरल वैल्यूज
फाउन्डेशन के सामूहिक तत्वाधान में राजाजीपुरम् में येश्वर्याज सेवा
संस्थान के कैम्प कार्यालय में ''घरेलू कामगारों की समस्याएं और समाधान''
विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का उत्घाटन करते हुए
प्रसिद्ध समाजसेवी राम स्वरूप यादव ने बताया कि देश में कुल कामगारों का
लगभग 20 प्रतिशत हिस्सा घरेलू कामगारों के रूप में काम करता है। इसमें
से अधिकांश महिलाएं है। आज वह समय आ गया है जब हमें इन घरेलू कामगारों की
समस्याओं का निदान करने के लिए प्रभावी कदम उठाने होंगे अन्यथा यह स्थिति
अनेकों सामाजिक समस्याओं को जन्म देंगी। उन्होंने बताया कि विश्व के कुल
काम के घंटों में से लगभग 67 प्रतिशत समय महिलाएं काम करती है, लेकिन वह
मात्र 10 प्रतिशत ही आय अर्जित करती है। यह स्थिति विचारणीय है एवं इसे
बदलने की आवश्यकता है।
सेव कल्चरल वैल्यूज फाउन्डेशन के सचिव आशीष श्रीवास्तव ने कहा ''यद्यपि
महाराष्ट्र में घरेलू कामगारों की सुरक्षा के लिए वर्ष 2008 में कानून
बनाया जा चुका है परन्तु यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह कानून आज तक लागू
नहीं हो सका। आज आवश्यकता इस बात की है कि हम उत्तर प्रदेश में भी घरेलू
कामगारों की सुरक्षा के लिए कानून बनवाकर उसे तत्काल लागू करायें।
केन्द्र सरकार ने घरेलू कामगारों को 30 हजार रूपये का स्वास्थ्य बीमा
प्रदान करने की योजना शुरू की है जिसका 3/4 प्रीमियम केन्द्र सरकार और
1/4 प्रीमियम राज्य सरकार को देना है। केन्द्र सरकार की इस योजना के बारे
में जागरूकता फैलाना आवश्यक है।''
येश्वर्याज सेवा संस्थान की सचिव उर्वशी शर्मा ने कहा ''जिन घरेलू
श्रमिकों के बिना हमारा जीवन घिसटता प्रतीत होने लगता है, उनके लिये अब
तक कोई सरकारी योजना नहीं है। इस दिशा में सरकार ने पहली बार सकारात्मक
कदम उठाते हुए अन्तर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के बैनर तले एक ''कन्वेंशन''
पर हस्ताक्षर किये है। घरेलू कामगार न तो नौकर होता है और न ही परिवार
का सदस्य। अतः उसकी हैसियत एक कर्मचारी की होनी चाहिए और उसे
कर्मचारियों को मिलने वाली सामान्य सुविधाएं जैसे-न्यूनतम मजदूरी, काम के
घंटों का निर्धारण, सप्ताह में एक दिन का अवकाश, ओवर टाइम या अतिरिक्त
कार्य पर अलग से भुगतान की व्यवस्था, सामाजिक सुरक्षा, मातृत्व पर सवेतन
अवकाश की सुविधा मिलनी चाहिए।''
घरेलू कामगारों और असंगठित क्षेत्र में महिलाओं के साथ बढ़ रही हिंसा और
योन शोषण के मामले में चिन्ता जताते हुए उर्वशी ने कहा कि यह
दुर्भाग्यपूर्ण है कि असंगठित श्रमिक सामाजिक सुरक्षा विधेयक 2007 में
महिला श्रमिकों को श्रमिक ही नहीं माना गया है।
संगोष्ठी में अन्य वक्ताओं ने बाल श्रम निवारण, न्यूनतम मजदूरी अधिनियम,
न्यूनतम मजदूरी को बढ़ाने आदि पर विस्तृत विचार-विमर्श किया।
संगोष्ठी के अंत में घरेलू कामगारों की समस्याओं के निदान हेतु भारत के
प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भी
प्रेषित किया गया।
मोहान रोड स्थित राजकीय गोबिंद बल्लभ पंत पॉलीटेक्निक में हुए घोटालों और बदहाली की दास्तां
मोहान रोड स्थित राजकीय गोबिंद बल्लभ पंत पॉलीटेक्निक में हुए घोटालों और बदहाली की दास्तां पॉलीटेक्निक छात्रों ने खोली घोटाले की पोल लखनऊ, 19 मई (जासं): मोहान रोड स्थित राजकीय गोबिंद बल्लभ पंत पॉलीटेक्निक में हुए घोटालों और बदहाली की दास्तां शनिवार को छात्रों ने विशेष सचिव समाज कल्याण नीलम अहलावत को बताई। उन्होंने शिकायत का न केवल संज्ञान लिया बल्कि शिक्षकों को फटकार भी लगाई। विशेष सचिव ने पांच घंटे तक अधिकारियों के साथ मिलकर संस्था में खरीदे गए उपकरणों की पड़ताल की। एक निजी संस्था की ओर से पॉलीटेक्निक में निर्माण कार्यो में 1416 लाख रुपये के घोटाले की शिकायत की गई थी। शिकायतकर्ता ने तत्कालीन प्रधानाचार्य व समाज कल्याण निर्माण निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से निर्माण कार्यो में धांधली के साथ ही पैसों की फिजूलखर्ची का आरोप लगाया था। इन्हीं आरोपों की जांच के लिए शनिवार दोपहर बाद पॉलीटेक्निक पहुंचीं विशेष सचिव समाज कल्याण नीलम अहलावत ने बारीकी से सभी मदों की जांच की। फिलहाल उन्होंने 116.40 लाख रुपये व्यय की पड़ताल की। जांच में वाटर कूलर बंद पाया गया, जबकि प्रयोगशाला को हाई टेक बनाने के लिए आई राशि का बगैर अनुमोदन के कार्यालय को संवारने में खर्च कर दिया गया। रसायन विज्ञान की प्रयोगशाला की बदहाली दूर करने के बजाय संस्था के अधिकारियों द्वारा 70 कंप्यूटर सेट व 18 एसी खरीदे गए, जबकि संस्था में कंप्यूटर की ट्रेड ही नहीं है। ऐसे ही कई मदों की बारीकी से पड़ताल की गई। जांच के दौरान कार्यकारी प्रधानाचार्य केके श्रीवास्तव सहित कई शिक्षक मौजूद थे। __._,_.___ |
मोहान रोड स्थित राजकीय गोबिंद बल्लभ पंत पॉलीटेक्निक में हुए घोटालों और बदहाली की दास्तां
लखनऊ, 19 मई (जासं): मोहान रोड स्थित राजकीय गोबिंद बल्लभ पंत
पॉलीटेक्निक में हुए घोटालों और बदहाली की दास्तां शनिवार को छात्रों ने
विशेष सचिव समाज कल्याण नीलम अहलावत को बताई। उन्होंने शिकायत का न केवल
संज्ञान लिया बल्कि शिक्षकों को फटकार भी लगाई। विशेष सचिव ने पांच घंटे
तक अधिकारियों के साथ मिलकर संस्था में खरीदे गए उपकरणों की पड़ताल की।
एक निजी संस्था की ओर से पॉलीटेक्निक में निर्माण कार्यो में 1416 लाख
रुपये के घोटाले की शिकायत की गई थी। शिकायतकर्ता ने तत्कालीन
प्रधानाचार्य व समाज कल्याण निर्माण निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से
निर्माण कार्यो में धांधली के साथ ही पैसों की फिजूलखर्ची का आरोप लगाया
था। इन्हीं आरोपों की जांच के लिए शनिवार दोपहर बाद पॉलीटेक्निक पहुंचीं
विशेष सचिव समाज कल्याण नीलम अहलावत ने बारीकी से सभी मदों की जांच की।
फिलहाल उन्होंने 116.40 लाख रुपये व्यय की पड़ताल की। जांच में वाटर कूलर
बंद पाया गया, जबकि प्रयोगशाला को हाई टेक बनाने के लिए आई राशि का बगैर
अनुमोदन के कार्यालय को संवारने में खर्च कर दिया गया। रसायन विज्ञान की
प्रयोगशाला की बदहाली दूर करने के बजाय संस्था के अधिकारियों द्वारा 70
कंप्यूटर सेट व 18 एसी खरीदे गए, जबकि संस्था में कंप्यूटर की ट्रेड ही
नहीं है। ऐसे ही कई मदों की बारीकी से पड़ताल की गई। जांच के दौरान
कार्यकारी प्रधानाचार्य केके श्रीवास्तव सहित कई शिक्षक मौजूद थे।
http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=37&edition=2012-05-20&pageno=6#id=111740880271133352_37_2012-05-20
Friday, May 25, 2012
Thursday, May 24, 2012
dainik bhaskar 24 may 12 delhi edition rti news
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The Hindu News : 10-year-old's RTI posers stump PMO, Government
http://www.thehindu.com/news/national/article3453390.ece
News » National
NEW DELHI, May 25, 2012
10-year-old's RTI posers stump PMO, Government
Gaurav Vivek Bhatnagar
Girl questions father of nation status for Gandhi
When some simple questions came to the mind of Aishwarya Parashar, a
Class-VI student of the City Montessori School, Lucknow, she did not
let them languish unasked. She went seeking out answers through the
Right to Information (RTI) Act. Aishwarya's inquisitiveness and
willingness to pursue the source of information has yielded, till
date, the establishment of a public library on the site of a garbage
dump and the nation being better enlightened about the Father of the
Nation, Mahatma Gandhi.
All of just 10 years, Aishwarya is a confident little girl, who
herself answers a mobile phone and urges those wanting some written
information from her to send her an SMS giving their e-mail ID and
even forwards e-mail and communicates about her work on her own.
"I have so far filed three RTIs with the Prime Minister's Office,''
she says, adding that "the first one was [a query] about who gave the
order for printing Mahatma Gandhi's image on currency notes. I was
told in a reply that it was in 1993 following a meeting of the Reserve
Bank of India."
But it was her subsequent RTI asking the PMO to tell her who conferred
the title of Father of the Nation on Mahatma Gandhi, which confounded
the government. From the PMO, the query went to the Ministry of Home
Affairs and to the National Archives of India, before Aishwarya was
told that "there are no specific documents on the information sought"
by her.
'Surprising'
"That was really surprising because I never thought it was such a
difficult question since even our history books taught us that Mahatma
Gandhi was the Father of the Nation."
The first reference to Mahatma Gandhi as Father of the Nation goes
back nearly 70 years when Subhas Chandra Bose referred to Gandhi thus
in a radio address from Singapore in 1944.
Prime Minister Jawaharlal Nehru too had, in his address to the nation
upon Mahatma Gandhi's death, referred to him as Father of the Nation:
"Friends and comrades, the light has gone out of our lives, and there
is darkness everywhere, and I do not quite know what to tell you or
how to say it. Our beloved leader, Bapu as we called him, the Father
of the Nation, is no more."
After getting an unsatisfactory answer to her query on this issue in
March this year, Aishwarya on April 24 asked the PMO who had declared
Mahatma Gandhi's birth anniversary on October 2 as also Republic Day
and Independent Day national holidays. To her surprise, she got a
reply dated May 17 that such orders were never issued.
Favourite query
The question most dear to Aishwarya's heart was posed by her in 2009.
"That was the time when Lucknow was in the grip of swine flu. There
was a big garbage dump near my school, but I only got to see it one
day when my mother came to pick me up as my cycle-rickshaw had not
come. For the parents there was a separate entrance, and on the way
back home I spotted this dump."
With the help of her mother, Urvashi Sharma, who is a social worker
and RTI activist, Aishwarya penned an application in her own
handwriting. "I had marked that query on the garbage dump to the Chief
Minister and thereafter the Uttar Pradesh government got the dump
removed, and our school constructed a public library on the site."
Her father, Sanjay Sharma, is a lecturer.
Ambition
Aishwarya wants to become a doctor. Asked why, she quips: "Whenever I
go to a hospital, I see that the poor patients have to first shell out
money in order to get treated. I will, on becoming a doctor, go to the
slums at least once every week and provide free treatment to such poor
people."
Keywords: Aishwarya Parashar, RTI queries, Father of the Nation
status, Mahatma Gandhi, PMO
http://www.thehindu.com/news/national/article3453390.ece
Notification
Wednesday, May 23, 2012
No orders for Oct 2, Jan 26 and Aug 15 holidays?
May 23, 2012 | IANS | Lucknow
Tags: national holidays RTI
http://www.asianage.com/india/no-orders-oct-2-jan-26-and-aug-15-holidays-211
Even as India has observed Jan 26, Aug 15 and Oct 2 as national
holidays, the government does not seem to have issued any formal
orders for the same.
The disclosure from the central home ministry came in response to an
application under the Right to Information (RTI) Act 2005 filed by
10-year-old Aishwarya Parashar here.
The Class 6 student sent a letter April 25 to the Prime Minister's
Office (PMO) seeking attested copies of Government Orders under which
the three holidays are observed by the nation.
Jan 26 (Republic Day), Aug 15 (Independence Day) and Oct 2 (Mahatma
Gandhi's birth anniversary) are observed as holidays both by the
central and state governments as well as the private sector.
A student of the City Montessori School, Aishwarya told IANS that the
home ministry reply stated in Hindi: "No such orders were (ever)
issued."Related Articles
RTI activist shot in Bihar
Parashar had earlier stumped the PMO when she sought to know under
which order was the title 'Father of the Nation' bestowed upon Mahatma
Gandhi.
The central governments response conceded there were no official
records for the same.
http://www.asianage.com/india/no-orders-oct-2-jan-26-and-aug-15-holidays-211
--
- Urvashi Sharma
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Tuesday, May 22, 2012
Mautnya Senjata Tradisional Jepang
katana
katana (刀) adalah pedang panjang jepang (daitō, 大刀), walaupun di jepang sendiri ini merujuk pada semua jenis pedang. Katana adalah kunyomi (sebutan jepang) dari bentuk kanji 刀; sedangkan onyomi (sebutan hanzi) karakter kanji tersebut adalah tō. Ia merujuk kepada pedang satu mata, melengkung yang khusus yang secara tradisi digunakan oleh samurai jepang.
Katana biasanya dipasangkan dengan wakizashi atau shōtō, bentuknya mirip tapi dibuat lebih pendek, keduanya dipakai oleh anggota kelas satria.
wakizashi
wakizashi (bahasa jepang: 脇差) adalah pedang jepang tradisional dengan panjang mata bilah antara 30 dan 60 sentimeter (antara 12 hingga 24
inci), serupa tetapi lebih pendek bila dibandingkan dengan katana yang sering dikenakan bersama-sama. Apabila dikenakan bersama, pasangan pedang ini dikenali sebagai daisho, yang apabila diterjemahkan secara harafiah sebagai "besar dan kecil"; "dai" atau besar untuk katana, dan "sho" untuk wakizashi. http://anehdidunia.blogspot.com
Wakizashi digunakan sebagai senjata samurai apabila tidak ada katana. Apabila memasuki bangunan suci atau bangunan istana, samurai akan meninggalkan katananya pada para pengawal pada pintu masuk. Namun, wakizashi selalu tetap dibawa pada setiap waktu, dan dengan itu, ia menjadi senjata bagi samurai, serupa seperti penggunaan pistol bagi tentara.
naginata
naginata (なぎなた, 薙刀) adalah senjata kelas tombak yang secara tradisional digunakan di jepang oleh para anggota samurai. Sebuah naginata terdiri dari pegangan tongkat kayu dan golok melengkung pada ujungnya, senjata ini sama dengan yang dipegang oleh guan yu dalam sejarah china. Ilmu beladiri yang menggunakan naginata disebut naginata-jutsu.
kama
kama (鎌 or かま) adalah senjata tradisional yang berasal dari okinawa, kama pada awalnya digunakan untuk pertanian. Senjata kama biasa digunakan sepasang, senjata ini merupakan salah 1 senjata utama ninja, tetapi pada ujungnya dipasang gada/rantai, disebut kusari-gama.
kusari gama
kusari-gama adalah kama ( lihat diatas ), tetapi memiliki rantai yang diikatkan dengan senjata tajam ( gada, pedang kecil, dll ) http://anehdidunia.blogspot.com
sai
sai (釵) adalah senjata tradisional yang berasal dari okinawa, juga digunakan di india, china, indonesia dan malaysia. Sai adalah senjata yang berbentuk seperti trisula.
Sai pada awalnya adalah alat pertanian.
shuriken
shuriken (手裏剣;"hand hidden blade") adalah senjata tradisional jepang yang pada umumnya digunakan untuk dilempar ke lawan, dan kadang digunakan untuk menusuk dan memotong arteri lawan. Shuriken dibuat dari jarum, pisau, dan bahan logam lain. Shuriken adalah senjata yang paling sering digunakan setelah katana dan naginata. http://anehdidunia.blogspot.com
Ilmu beladiri yang menggunakan shuriken disebut shuriken-jutsu, shuriken-jutsu pada dulunya diajarkan di perguruan ninja.
Shuriken dikenal dengan sebutan "bintang ninja"
kunai
kunai adalah senjata lempar tradisional jepang, muncul pada era kaisar tensho. Kunai pada umumnnya dibuat dari besi, bukan baja/metal lain, dibuat dengan murah dan tidak di-polish. Kunai biasanya berukuran 20-60cm, dan rata-rata 40 cm. Kunai pada dulunya adalah alat untuk berkebun dan alat bagi para pekerja batu. Kunai dipercaya sebenarnya bukan senjata yang didesain untuk dilempar, tetapi dapat dilempar dan menghasilkan daya hancur yang lumayan.
Baca juga Film Dewasa Dengan Budget Termahal Di Dunia
co-ademin 22 May, 2012
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Source: http://dicopasdong.blogspot.com/2012/05/mautnya-senjata-tradisional-jepang.html
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belenggu rindu yang tertahan
Blogger 22 May, 2012
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Source: http://cerita-hot-dewasa.blogspot.com/2012/05/belenggu-rindu-yang-tertahan.html
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Belasan Polwan Siap Hibur Keluarga Korban
JAKARTA -Keluarga korban korban kecelakaan pesawat Sukhoi Superjet 100 mulai mulai memadati ruang tunggu Rumah Sakit Bhayangkara Tingkat I Raden Said Soekanto, Kramat Jati, Jakarta Timur, Selasa (22/5/2012).
Rencananya, hari ini keluarga atau kerabat mendapatkan kesempatan untuk melihat jenazah korban. Untuk meminimalisir hal-hal yang tidak diinginkan, polisi menyiapkan 11 polisi wanita (polwan) untuk mendampingi keluarga korban.
"Hal ini dilakukan untuk penanganan khusus dari polwan, dari Polda ada 15, cuma yang datang hanya 11. Yang 4 sedang dinas," kata Kepala Negosiator Polda Metro Jaya, Kompol Supriyatno, di di Rumah Sakit Bhayangkara.
Salah satu polwan mengatakan, kedatangannya tak lain untuk menghibur keluarga korban yang belum bisa menerima kepergian orang yang mereka cintai. Para polwan ini membagi tugas mereka dalam upaya mendampingi keluarga korban.
"Kami mungkin bisa menghibur keluarga korban supaya mereka tidak 'down'. Kami nanti menangani keluarga korban dibagi-bagi," terang polwan yang bernama Bripda Roudhotul Jannah dengan ramah.
sumber
432215
co-ademin 22 May, 2012
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Source: http://gudangartikelunik.blogspot.com/2012/05/belasan-polwan-siap-hibur-keluarga.html
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Orang Cenderung Berkata Jujur Lewat SMS
Dihadapkan secara langsung bukan cara terbaik mendapat jawaban terjujur. Faktanya, ahli menemukan, orang cenderung berkata jujur lewat pesan teks atau SMS.
Hal ini disebabkan, orang punya waktu lebih banyak untuk berpikir. "Hasil awal dari studi kami orang cenderung mengungkap informasi sensitif melalui pesan teks atau SMS dibanding tatap muka secara langsung," kata psikolog kogitif Fred Conrad dari University of Michigan.
Hal ini berlawan dengan anggapan banyak orang bahwa informasi sensitif tak akan diungkap melalui pesan teks karena ini dianggap mampu menciptakan jejak visual yang tertinggal di ponsel.
Hasil ini diketahui setelah para ahli ini melakukan studi pada 600 pengguna iPhone. Demikian seperti dikutip DM.
co-ademin 22 May, 2012
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Source: http://gudangartikelunik.blogspot.com/2012/05/orang-cenderung-berkata-jujur-lewat-sms.html
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How about we all just agree to not let this become a thing?
co-ademin 22 May, 2012
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Meanwhile in Germany
co-ademin 22 May, 2012
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Of course! The Helmet!
co-ademin 22 May, 2012
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The ultimate autopic
co-ademin 22 May, 2012
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The plight of the tickled...
co-ademin 22 May, 2012
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Monday, May 21, 2012
please take notice of dainik jagran lucknow edition news dated 20 may 2012 page 6" पॉलीटेक्निक छात्रों ने खोली घोटाले की पोल"and take necessary action to punish the corrupt
2012 page 6 "पॉलीटेक्निक छात्रों ने खोली घोटाले की पोल"and take
necessary action to punish the corrupt.
link to the news and details are given below ->
पॉलीटेक्निक छात्रों ने खोली घोटाले की पोल
लखनऊ, 19 मई (जासं): मोहान रोड स्थित राजकीय गोबिंद बल्लभ पंत
पॉलीटेक्निक में हुए घोटालों और बदहाली की दास्तां शनिवार को छात्रों ने
विशेष सचिव समाज कल्याण नीलम अहलावत को बताई। उन्होंने शिकायत का न केवल
संज्ञान लिया बल्कि शिक्षकों को फटकार भी लगाई। विशेष सचिव ने पांच घंटे
तक अधिकारियों के साथ मिलकर संस्था में खरीदे गए उपकरणों की पड़ताल की।
एक निजी संस्था की ओर से पॉलीटेक्निक में निर्माण कार्यो में 1416 लाख
रुपये के घोटाले की शिकायत की गई थी। शिकायतकर्ता ने तत्कालीन
प्रधानाचार्य व समाज कल्याण निर्माण निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से
निर्माण कार्यो में धांधली के साथ ही पैसों की फिजूलखर्ची का आरोप लगाया
था। इन्हीं आरोपों की जांच के लिए शनिवार दोपहर बाद पॉलीटेक्निक पहुंचीं
विशेष सचिव समाज कल्याण नीलम अहलावत ने बारीकी से सभी मदों की जांच की।
फिलहाल उन्होंने 116.40 लाख रुपये व्यय की पड़ताल की। जांच में वाटर कूलर
बंद पाया गया, जबकि प्रयोगशाला को हाई टेक बनाने के लिए आई राशि का बगैर
अनुमोदन के कार्यालय को संवारने में खर्च कर दिया गया। रसायन विज्ञान की
प्रयोगशाला की बदहाली दूर करने के बजाय संस्था के अधिकारियों द्वारा 70
कंप्यूटर सेट व 18 एसी खरीदे गए, जबकि संस्था में कंप्यूटर की ट्रेड ही
नहीं है। ऐसे ही कई मदों की बारीकी से पड़ताल की गई। जांच के दौरान
कार्यकारी प्रधानाचार्य केके श्रीवास्तव सहित कई शिक्षक मौजूद थे।
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Sunday, May 20, 2012
Mengenal Priscilla Chan, Sang Penakluk Hati Mark Zuckerberg
Foto utama di status laman Facebooknya memperlihatkan anjing putih duduk diapit sepasang kaki lelaki dan perempuan. Terselip pula pasfoto dirinya memeluk si anjing blasteran pulidengan Hungarian Sheepdog.
Itulah foto profil terbaru Priscilla Chan, perempuan 27 tahun yang berhasil menjadi penakluk hati membawa biliuner pendiri dan pemimpin jejaring sosial Facebook, Mark Zuckerberg (28), ke pelaminan pada Sabtu (19/5) waktu Palo Alto, Amerika Serikat (AS).
Masyarakat dunia sejak 2003 semakin mengenal Mark Zuckerberg. Majalah Forbes tahun ini menempatkannya di peringkat 14 dari 400 orang kaya sedunia lantaran memiliki kekayaan minimal senilai 17.5 miliar dolar AS atau setara Rp161,142 triliun. Namun, tak banyak orang yang mengenal Priscilla Chan.
Akun Facebook mencatat Priscilla memiliki 143.716 teman publik hingga Minggu ini, namun ensiklopedia dalam jaringan (daring) Wikipedia.com masih menempatkan namanya kurang dikenal alias disambigu (disambiguation) dibanding Priscilla Chan yang penyanyi dari Hongkong. Wikipedia lebih menautkan Priscilla sebagai istri Mark Zuckerberg dalam aktual info profil datanya.
Priscilla, menurut sejumlah karyawan senior Facebook yang dihubungi kantor berita AP, dikenal sebagai teman dekat Mark Zuckerberg. Mereka disebut-sebut sering jalan bareng dalam sembilan tahun terakhir ini. Priscilla pada pekan lalu meraih gelar doktor biologi dari Universitas Kalifornia, AS. Adapun Mark keluar (drop out) dari Universitas Harvard, AS.
Mark dan Priscilla melangsungkan acara pernikahannya secara terbatas, kurang 100 tamu yang hadir. Mereka dilaporkan lebih mementingkan privasinya, bahkan melindungi anggota keluarga dari pers.
Namun, keduanya tetap berbagi kehagiaan ke masyarakat dunia dengan membagikan berbagai foto mereka saat pernikahan. Salah satu yang populer adalah foto mereka mengapit anjing kesayangan Priscilla.
Saking populernya foto itu, banyak pengakses Facebook (facebookers) pun menanyakan nama anjing itu. Kalangan dekat Priscilla maupun Mark mengetahui nama anjing itu Beast.
Pricilla di kalangan sahabatnya terkenal sebagai perempuan keturunan Asia yang sukses meraih mimpi ala Amerika. Ia cerdas dan cantik khas Asiatik. Sempat mengenyam pendidikan tinggi di Harvard, satu kampus dengan Mark, pergaulan Priscilla dikenal sopan dan sering membawa Beast dalam berbagai kesempatan sosialnya.
Nyonya Zuckerberg ini terhitung menguasai sejumlah bahasa internasional (polyglot), yakni Inggris, Spanyol dan berbagai dialek China, terutama Kanton. Ia juga dikenal jago masak, bahkan punya kelompok kuliner. Hidup diet pun menjadi gaya penyuka warna putih tersebut, selain menyukai iklim hangat dan berjemur di matahari.
Priscilla juga dikenal akrab dengan anak-anak, sehingga tidak mengherankan bila dirinya dikenal sebagai guru favorit di kelas empat dan lima untuk mata pelajaran ilmu pengetahuan alam di sekolah dasar The Harker School pada 2007-2008.
Mark disebut para sahabatnya mengalami cinta pada pandangan pertama terhadap Priscilla manakala keduanya bertemu di depan kamar kecil dalam satu pesta saat mereka masih di Universitas Harvard.
Para sahabat keduanya bahkan yakin bahwa Mark membuat dan menjaga akun khusus http://www.facebook.com/priscilla bagi sang pujaan hati. Dengan kata lain, boleh ada banyak nama Priscilla di dunia ini, namun hanya ada satu Priscilla di akun Facebook ciptaan Mark Zuckerberg.
INFOMANIER.blogspot.com
sumber
co-ademin 20 May, 2012
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Source: http://pojokasikblog.blogspot.com/2012/05/mengenal-priscilla-chan-sang-penakluk.html
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ABG
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Mr. X 20 May, 2012
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Source: http://foto-foto-sex.blogspot.com/2012/05/abg.html
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(Disarikan dari KisahNyata) Prasasti sang Pemburu
sebuah daerah Konflik, beberapa tahun yang silam di Sebuah Rumah sakit. Jam di dinding sudah menunjukkan pukul duabelas malam lewat. Seharusnya Reno sudah pulas tertidur. Tapi laki-laki bertubuh tegap itu masih belum juga memejamkan mata. Hawa panas kini lebih terasa olehnya meskipun kipas angin besar yang melekat di bawah plavon itu terus berputar keras seakan memaksa Reno untuk lebih betah berada di ruangan ini. Ruangan besar dengan berderet-deret tempat tidur busa dilapisi sprei putih. Di atasnya terlipat rapi selimut bergaris-garis biru seperti yang umum digunakan secara masal oleh suatu instansi. Bau obat-obatan menerpa hidung Reno, menusuk tajam. Bau khas sebuah rumah sakit yang sudah lebih satu bulan menemani Reno dalam perjuangan antara hidup dan mati, melawan sakit yang telah mengungkungnya hingga harus berada di ruangan besar memanjang yang kini mulai terasa membosankan. Laki-laki muda itu tergolek lemah. Ia merasa galau, sedih dan seakan baru saja kehilangan. Dua buah tempat tidur disebelah Reno yang tadinya terisi kini telah kosong, karena dua orang pasien yang menempatinya telah sejak sore tadi meninggalkan rumah sakit itu. Seminggu terakhir mereka serasa dekat dan akrab sepanjang waktu, mungkin karena merasa sepenanggungan, sama-sama menahan sakit di saat sedang penugasan, walaupun dari kesatuan dan daerah penugasan yang berbeda. Sakit di tubuh Reno jadi terasa ringan dan seakan terbagi dengan mereka. Ruangan ini sekarang kosong, kekosongan yang tiba-tiba. Sepi mengepung kesendirian Bripda Reno Aji. Slang infus masih menempel di lengan Reno, dengan jarumnya yang tertancap kuat. Desir-desir cairan infus yang mengalir ke pembuluh darahnya terasa seperti lelehan es yang mencengkeram kebebasannya. Mata Reno yang bulat dengan alis tebalnya telah berkali-kali mencoba terpejam, tapi susah setengah mati. Persis di dekat pintu utama bangsal, terlihat dua orang bertubuh tegap baru saja selesai serah terima tugas berjaga, tugas menunggu dan menemani Reno. Malam ini giliran Ibrahim yang 'menginap' sampai pagi. Reno tahu bahwa Ibrahim tak begitu tahan dengan bau obat-obatan sehingga lebih suka berjaga di dekat pintu bangsal, sambil tetap siaga. Ibrahim adalah anggota Regu Reno yang paling matang, paling berani dan cekatan dalam bertindak dibanding teman-teman satu regu lainnya. Dengan tubuh yang tinggi besar itu Ibrahim terlihat lebih gagah dan sangar, apalagi ketika sedang mengenakan pakaian dinas. Reno merasa beruntung dengan adanya Ibrahim di regunya. Berbagai pengalaman tempur yang sudah dialami Ibrahim dari setiap daerah konflik dimana ia bertugas dulu, membuat Ibrahim tampak matang sebagai seorang wakil Komandan Regu, tapi sering ia bertukar posisi sebagai speed satu, yang bergerak paling depan di dalam setiap kegiatan patroli jalan kaki yang mereka lakukan. Ia pula yang pertama kali menemukan keberadaan Reno bersama dengan kedua temannya saat sebelumnya Reno hampir mati dalam kepungan orang-orang bersenjata lengkap ketika itu. Suara Ibrahimlah yang terdengar oleh Reno saat itu, saat ia nyaris nahas karena kehilangan kontak. "Danru..." "Danru...." Suara Ibrahim yang membangunkan Reno dari ketersesatan yang terjadi karena pengaruh sesuatu yang kasat mata ketika itu, di sebuah belantara. Merebak kembali dibenak Reno, pagi buta sebelum kejadian itu pleton mereka akan bergerak menyusuri daerah rawan yang sudah menjadi target dalam pemberantasan gerakan sparatis. "Danru, regumu sisir lewat jalur timur, tetap pertajam dan siaga sepanjang rute." kata Danton ketika selesai memberikan Amanat sambil menyemangati. Ia menepuk bahu Reno. "Siap Komandan!" jawab Reno singkat. Pagi itu satu regu yang tak kurang dari sepuluh orang segera beranjak. Regu-regu yang lain disebar melalui jalur yang berbeda. Memang rute yang ditentukan oleh Komandan Kompi dibuat berbeda antara satu dan lain regu, di mana titik temu pada satu tempat telah ditentukan, untuk bergabung dalam konsolidasi satu kekuatan kompi penuh pada titik akhir patroli. Hari belum terang tanah ketika regu Reno mulai bergerak menyusuri daerah bergelombang dan berbatu-batu. Sebuah perjalanan yang terasa melelahkan. Dengan memanggul senjata panjang yang siap menyalak dalam posisi buka kunci, setiap mata mereka akan selalu bergerak menyapu setiap sudut dan gerumbul semak sepanjang rute, mata yang selalu siaga. Apalagi bila tampak satu gerakan yang mencurigakan di balik semak itu, mereka tak boleh keduluan lawan. Setengah jam berikutnya regu mereka sudah berada di belantara terjal berbukit dengan semak ilalang yang tinggi. Hampir dua jam mereka menelusuri medan terjal bersemak yang membuat perih dan terasa gatal di tangan dan leher saat sisi-sisi ilalang segar itu tersentuh langsung di kulit. Rumput-rumput liar yang mereka terjang itulah penyebabnya. Dua jam berikutnya keringat sudah membanjir di seluruh tubuh para pemburu, kini regu Reno sudah terpencar menjadi tiga kelompok dan meneruskan patroli lintas medan dengan menerobos semak belukar yang semakin meninggi, tak ada jalan lain di sana, selain jalan setapak yang mau tak mau mereka harus bisa menembusnya. "Tam... tam... tam..." Terdengar rentetan suara tembakan. Secara serentak menjatuhkan diri, tiarap dan menghindar dengan mencari perlindungan masing-masing, yang biasa mereka menyebutnya dengan lindung tembak. Tak ada kelanjutan dari suara tembakan itu selain hanya sepi yang menyeruak Kesepian sebuah hutan, burung-burungpun seakan tak berani menampakkan diri. Tak terlihat gerakan apa-apa selain dari gerakan mereka sendiri. Menit berikutnya mereka melanjutkan lagi perjalanan dengan lebih waspada. Dalam fikiran mereka tentulah gerombolan bersenjata itu sedang mengintai, entah dari kejauhan entah dari balik bukit yang tampak angkuh di belakang mereka. Kini mereka terpencar satu-satu. Tak ada tanda-tanda tersesat, mereka tetap pada formasinya, hanya beberapa orang di belakang Reno yang semula masih sesekali terlihat oleh Reno, dalam pandangan Reno tak tampak apa-apa. "Pastilah mereka mencari perlindungan di antara belukar di arah timur, dimana terdapat gundukan-gundukan tanah meninggi dengan pohon-pohon menjulang. Reno bergerak cepat ke balik pepohonan ketika tiba-tiba suara tembakan itu bergema lagi, tapi hanya sesaat saja suara itu muncul, lain tidak. Gelap sekejap dan mata Reno berkunang-kunang. Sepi terasa mencekam ketika Reno menoleh ke kiri kanan pemandangan di sekitarnya. Pesawat Radio dibahu Reno tiba-tiba berbunyi keras, tapi tak ia mengerti akan arti dari suara-suara yang keluar itu, semua terasa asing. Suara-suara itu menggunakan bahasa yang aneh, bahasa yang tak pernah Reno dengar sebelumnya. Lalu ia pelankan suara HT, dan detik berikutnya terdengar gemeresak ranting terinjak beberapa meter di depan Reno. Di depan Reno, tampak seorang laki-laki berseragam hijau sepertinya. "Ach, ternyata Ismanto masih di sini..." batin Reno lega, antusias dengan sosok tegap belasan meter di depannya yang menoleh dan melambaikan tangan. "Danru..." suara itu terdengar pelan menyebut nama panggilan Reno, lalu Reno bergegas melangkah untuk melihat perkembangan dalam sekejab kejadian tadi. Ia sudah cukup merasa aman dengan berjalan merunduk dan menyelinap di antara pohon-pohon dan semak yang melebat Beberapa saat menerobos rimbunan ilalang, kini Reno semakin dekat dengan sosok Ismanto. Ia semakin mendekat dan melihat ada sesuatu yang aneh, sosok didepannya itu tak menggunakan sepatu lars sebagaimana biasa mereka gunakan selama ini. "Apakah Ismanto telah melepasnya?" demikian kata hati Reno. Tapi ia lebih kaget dengan penglihatannya sendiri ketika matanya tertumbuk pada tulisan di bahu kiri seragam sosok itu, bukan bordir nama kesatuan dengan format yang masih berlaku. Kini Reno sudah beriring hadap dengan Ismanto. "Kamu pakai baju lama Ismanto..?" tanya Reno dengan mimik keheranan. Kini sosok di hadapan Reno menatap dengan tatapan mata kosong. Reno merasakan tatapan itu begitu nelangsa dan terlihat pucat. Sosok itu mengangguk lemah dan tersenyum. Seketika Reno bergidik ketika tiba-tiba matanya menagkap perubahan aneh terjadi pada wajah laki-laki di depannya, wajahnya tak lagi iakenal. Sosok itu bukan Ismanto. Ya, IA BUKAN ISMANTO! "Haaaaah...?" Belum selesai keterkejutan Reno pada sosok yang disangka Ismanto itu, pemandangan tak kalah aneh dan mengerikan terjadi lagi. Dari celah mata sosok laki-laki itu mengalir cairan kental berwarna merah, ya. Darah mengalir dari mata laki-laki asing itu yang kini tampak berlubang. Detik berikutnya sosok itu menyeringai dan lalu jatuh terjerembab di hadapan Reno. Seperti tersihir, Reno ternganga dan takjub dengan pemandangan mengerikan di depan matanya. Perlahan sosok itu tampak memudar dan semakin memudar, kemudian menghilang. Kini Reno tersadar bahwa ia sendirian kini, di balik gerumbul semak itu. Bersambung |
co-ademin 20 May, 2012
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Source: http://sangat-unikz.blogspot.com/2012/05/disarikan-dari-kisahnyata-prasasti-sang.html
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Friday, May 18, 2012
Back away bitches!!
co-ademin 19 May, 2012
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When taking exams...
co-ademin 19 May, 2012
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A postcard from heaven please... Or it never existed.
co-ademin 19 May, 2012
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Music nowadays
co-ademin 19 May, 2012
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Imagination without skill...
co-ademin 19 May, 2012
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An honest movie trailer about Transformers
co-ademin 19 May, 2012
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So you think it's ok?
co-ademin 19 May, 2012
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