Saturday, July 28, 2012
Lucknow against corruption july 2012 news from newspapers
- Urvashi Sharma
Right to Information Helpline 8081898081
Helpline Against Corruption 9455553838
http://yaishwaryaj-seva-sansthan.hpage.co.in/
Few takers for anti-graft protest
the state capital on Wednesday failing to draw a crowd worth a mention
to the venue in front of the Vidhan Bhawan. The organisers were quick
to attribute the thin crowd to rainy weather.
DEEPAK/HT Only a handful people were seen in support of Anna Hazare at
the protest venue in front of the Vidhan Bhawan in Lucknow on
Wednesday.
This is in sharp contrast to the earlier protests in which thousands
of people had participated at Jhulelal Park in August last year.
Five activists, including a woman, sat on indefinite fast to express
solidarity with Anna Hazare and his aides' anti-graft campaign. The
administration has given permission for only two days for the
agitation against the demand till August 15. Those who sat on fast,
included activists Akhilesh Saxena, Purshotam Shukla, Dev Dutt Pandey,
BC Pandey and Urvashi Sharma.
Throughout the day, security personnel outnumbered those present at
the venue. Not more than 50 people gathered.
The protest started at 11 am. Before that the protesters paid tribute
to Mahatma Gandhi at Gandhi Pratima near Hazratganj. But even after an
hour, the venue wore a deserted look with only a handful of supporters
present.
Recorded music was played at the venue with the supporters waving the
Tricolours and indulging in sporadic sloganeering against the UPA
government. The proceedings of the fast in New Delhi were also
broadcast through loud speakers.
Raising the pitch against the UPA government on the issue of
corruption. Anna Hazare's three aides - Arvind Kejriwal, Manish
Sisodia and Gopal Rai - sat on a hunger strike at Jantar Mantar. The
74-year-old activist is on a dharna.
उर्वशी शर्मा का अनशन जारी
अन्ना समर्थकों ने की सफाई : भ्रष्ट मंत्रियों के विरुद्ध जंतर-मंतर पर
शुरू हुए अनशन के समर्थन में विधान भवन के सामने चल रहे अनशन के दौरान
टीम अन्ना के सदस्यों ने धरना स्थल पर सफाई भी की। इंडिया अगेंस्ट करप्शन
के सदस्य सुरेश कुमार ने कहा कि धरना स्थल पर शौचालय न होने की वजह से
महिलाओं और अन्य अनशनकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होने
महापौर से लेकर राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारियों से भी गुहार लगाई,
लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। अनशन के तीसरे दिन बाबा हरिश्चंद्र की ओर
से पाप और पुण्य की तराजू का प्रदर्शन कर भ्रष्टाचार के प्रति लोगों को
जागरूक किया गया। अनशन पर बैठे देवी दत्त पांडेय, भुवनचंद्र पांडे,
अखिलेश सक्सेना, पुरुषोत्तम शुक्ला व उर्वशी शर्मा का अनशन जारी है।
उर्वशी शर्मा का अनशन जारी
अन्ना समर्थकों ने की सफाई : भ्रष्ट मंत्रियों के विरुद्ध जंतर-मंतर पर
शुरू हुए अनशन के समर्थन में विधान भवन के सामने चल रहे अनशन के दौरान
टीम अन्ना के सदस्यों ने धरना स्थल पर सफाई भी की। इंडिया अगेंस्ट करप्शन
के सदस्य सुरेश कुमार ने कहा कि धरना स्थल पर शौचालय न होने की वजह से
महिलाओं और अन्य अनशनकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होने
महापौर से लेकर राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारियों से भी गुहार लगाई,
लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। अनशन के तीसरे दिन बाबा हरिश्चंद्र की ओर
से पाप और पुण्य की तराजू का प्रदर्शन कर भ्रष्टाचार के प्रति लोगों को
जागरूक किया गया। अनशन पर बैठे देवी दत्त पांडेय, भुवनचंद्र पांडे,
अखिलेश सक्सेना, पुरुषोत्तम शुक्ला व उर्वशी शर्मा का अनशन जारी है।
Friday, July 27, 2012
अनशनस्थल पर शुक्रवार को देवीदत्त पाण्डेय, अखिलेश सक्सेना, पुरूषोत्तम शुक्ल, भुवन चन्द्र पाण्डेय, उर्वशी शर्मा की हालत स्थिर
http://www.rashtriyasahara.com/newsview.aspx?eddate=7/28/2012 12:00:00
AM&pageno=8&edition=10&prntid=85910&bxid=43114562&pgno=8
लखनऊ (एसएनबी)। भ्रष्टाचार के विरोध में नई दिल्ली के जतंर-मंतर पर चल
रहे अनिश्चितकालीन अनशन के समर्थन में राजधानी की टीम अन्ना के सदस्यों
का विधान भवन के समक्ष चल रहा धरना जारी रहा। सदस्यों ने कहा कि भ्रष्ट
मंत्रियों की जांच एसआईटी से करवाने की मांग की। टीम अन्ना के सैकड़ों
सदस्य सुश्री अरुणा सिंह एडवोकेट के नेतृत्व में विधान भवन के समक्ष धरने
पर बैठे थे। सदस्यों को सम्बोधित करते हुए सुश्री सिंह ने कहा कि
अनशनकारियों का मुख्य मुद्दा मजबूत जनलोकपाल बनवाना है। उन्होंने कहा कि
देश को भ्रष्टाचार से मुक्ति दिलाने के लिए जरूरी है कि ज्यादा से ज्यादा
युवा इस अभियान से जुड़ें और देशभक्ति का संकल्प लें। सुश्री सिंह ने
जिला प्रशासन से शिकायत की अनशनस्थल पर फैली गन्दगी व बदबू को दूर कराए,
जिससे अनशनकारियों को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि अनशनकारियों को डर
है कि जलभराव, बारिश व गन्दगी की वजह से उन लोगों को तबीयत खराब हो सकती
है जबकि शौचालय न होने से महिलाओं को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
अनशनस्थल पर शुक्रवार को देवीदत्त पाण्डेय, अखिलेश सक्सेना, पुरूषोत्तम
शुक्ल, भुवन चन्द्र पाण्डेय, उर्वशी शर्मा की हालत स्थिर बतायी जा रही
थी। वहीं शुक्रवार को धरने पर आर्ट ऑफ लीविंग, ऑटो यूनियन व विभिन्न
कालेजों के छात्रों के साथ अन्य संगठन के भी लोग जुटे। शाम को निकाला
मोमबत्ती जुलूस
rashtriya sahara lucknow 280712 page
http://www.rashtriyasahara.com/newsview.aspx?eddate=7/28/2012 12:00:00
AM&pageno=8&edition=10&prntid=85910&bxid=43114562&pgno=8
देवीदत्त पांडेय, पुरुषोत्तम शुक्ल, भुवनचंद्र पांडेय व आरटीआई कार्यकर्ता उर्वशी शर्मा के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए आईएसी ने एक निजी अस्पताल से डॉक्टर को बुलाया
तीसरे दिन ही सुस्त पड़ा आंदोलन
समर्थकों की कमी के चलते धरनास्थल पर रहा सन्नाटा
लखनऊ (ब्यूरो)। भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना समर्थकों का आंदोलन राजधानी
में तीसरे दिन ही सुस्त पड़ने लगा है। समर्थकों की कमी के चलते इंडिया
अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) के धरनास्थल पर शुक्रवार को सन्नाटा रहा। बावजूद
आईएसी के कार्यकर्ता मांग पूरी होने तक अनशन जारी रखने पर डटे हैं।
धरनास्थल से शाम को कैंडल मार्च निकालने के दौरान समर्थकों की संख्या कुछ
अधिक थी, लेकिन मार्च निकल नहीं पाया। वहीं इंदिरानगर में कुछ लोगों ने
मोमबत्तियां जलाकर मार्च निकाला।
पांच अनशनकारियों के साथ आईएसी के करीब दो दर्जन कार्यकर्ता ही धरने पर
बैठे थे। अनशन से ेआईएसी के वरिष्ठ कार्यकर्ता अखिलेश सक्सेना की सेहत
में काफी गिरावट हुई है। बावजूद प्रशासन ने कोई चिकित्सक नहीं बुलाया।
अन्ना के पुराने समर्थक देवीदत्त पांडेय, पुरुषोत्तम शुक्ल, भुवनचंद्र
पांडेय व आरटीआई कार्यकर्ता उर्वशी शर्मा के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए
आईएसी ने एक निजी अस्पताल से डॉक्टर को बुलाया था। आईएसी के प्रमुख
कार्यकर्ता सत्येंद्र कुमार ने कहा कि जब तक दिल्ली में टीम अन्ना का
अनशन चलेगा, तब तक यहां भी आंदोलन जारी रहेगा। जीवन बीमा व मजदूर संगठन
के लोग भी शुक्रवार को धरने में शामिल हुए।वहीं धरना-प्रदर्शन करने वालों
को पीने के पानी और शौचालय की व्यवस्था न होने से परेशानी हो रही है।
आईएसी ने इस संबंध में महापौर डॉ. दिनेश शर्मा से मिलकर उचित व्यवस्था
कराने की मांग की। महापौर ने कार्रवाई के लिए राज्य संपत्ति विभाग को
लिखा है।
तीसरे दिन धरने पर बैठे अन्ना समर्थक।
युवाओं को पसंद आ रहा है 'स्टीकर'
धरनास्थल पर आईएसी ने सदस्यता व विशेष स्टीकर की बिक्री के लिए एक काउंटर
लगा रखा है। आईएसी ने अन्ना विद्यार्थी मंच बनाया है। दो दिन के धरने के
दौरान करीब 85 छात्र-छात्राओं ने इसमें पंजीकरण कराया है। आईएसी के
मुताबिक मंच के सदस्यों को राजधानी में होने वाले सभी कार्यक्रमों की
सूचना दी जाएगी। सौ से अधिक लोगों ने वाहन स्टीकर खरीदा है। इसमें आईएसी
के साथ खड़े होने का स्लोगन लिखा है।
पुरुषोत्तम लाल शुक्ला, देवीदत्त पांडेय, भुवन चंद्र पांडेय, अखिलेश सक्सेना व उर्वशी शर्मा अनशन पर बैठे
संसद के शुद्धीकरण को अनशन शुरू संवाद सूत्र, लखनऊ : समाजिक कार्यकर्ता
अन्ना हजार के आ ान पर एक बार फिर लोग एकजुट हुए। जनलोकपाल के आड़े आने
वाले सांसदों और मंत्रियों के मुखालिफ इंडिया अगेंस्ट करेप्शन (आइएसी) के
पांच सदस्यों ने विधान सभा के सामने धरना स्थल पर संसद के शुद्धीकरण के
लिए अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया। आइएसी के पुरुषोत्तम लाल शुक्ला,
देवीदत्त पांडेय, भुवन चंद्र पांडेय, अखिलेश सक्सेना व उर्वशी शर्मा अनशन
पर बैठे। अनशनकारी जनलोकपाल के आड़े आ रहे केंद्र सरकार के 15 केंद्रीय
मंत्री, 162 लोक सभा सदस्यों और 39 राज्यसभा सांसदों के विरुद्ध व जांच
और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अनशनकारियों का कहना है कि इन्हीं लोगों
के कारण लोकपाल बिल पारित नहीं हो पा रहा है क्योंकि इससे ये खुद ही फंस
जाएंगे।
अनशन पर बैठने वालों में अखिलेश सक्सेना, पुरुषोत्तम शुक्ला, देवी दत्त पांडेय, भुवन चंद्र पांडेय व उर्वशी शर्मा का नाम शामिल
http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=37&edition=2012-07-27&pageno=5#id=111746379473627240_37_2012-07-27
भ्रष्ट मंत्रियों के विरोध में जंतर-मंतर पर चले रहे अनशन के समर्थन में
विधान भवन के सामने चल रहा अनशन गुरुवार को भी जारी रहा। इंडिया अगेंस्ट
करप्शन के सदस्यों की ओर से आयोजित धरने में टीम अन्ना के सदस्य व कई
समाजसेवी शामिल हुए। इंडिया अगेंस्ट करप्शन के कार्यकताओं ने कहा कि
भ्रष्टाचार के समूल को जड़ से मिटाने का जो संकल्प समाजसेवी अन्ना हजारे
ने लिया है। हम सबको उनका साथ देना चाहिए। अनशन पर बैठने वालों में
अखिलेश सक्सेना, पुरुषोत्तम शुक्ला, देवी दत्त पांडेय, भुवन चंद्र पांडेय
व उर्वशी शर्मा का नाम शामिल है। टीम अन्ना के सदस्य सुरेश कुमार ने
बताया कि भ्रष्टाचार के समापन तक कार्यकर्ताओं का अनशन जारी रहेगा।
पुरुषोत्तम शुक्ल, अखिलेश सक्सेना, देवीदत्त पाण्डेय, भुवन चन्द्र पाण्डेय और उर्वशी शर्मा ने भी बुधवार से विधानसभा के समक्ष अनिश्चित कालीन अनशन शुरू किया
भ्रष्टाचार के िखलाफ जगी अलख
विधानसभा के समक्ष आमरण अनशन शुरू, समर्थन में आगे आए कई संगठनों के कार्यकर्ता
• अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। रिमझिम बरसात के बीच अन्ना समर्थकों ने बुधवार से विधान सभा के
समक्ष भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन शुरू कर दिया। हालांकि इस बार पहले जैसा
जनसमर्थन नहीं दिखा लेकिन इंडिया अगेंस्ट करप्शन के उत्साही कार्यकर्ता
माहौल को देशभक्ति के गीतों से जोशीला बनाए रहे। अन्ना टीम के पांच
कार्यकर्ताओं द्वारा शुरू किए गए अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठने से पहले
समर्थकों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ मौन जुलूस के साथ जीपीओ स्थित गांधी
प्रतिमा से धरना स्थल तक पहुंचे।
मालूम हो कि बुधवार से ही दिल्ली में अन्ना हजारे की अगुवाई में केन्द्र
सरकार में प्रधानमंत्री समेत 15 भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाफ अनिश्चितकालीन
अनशन व धरना शुरू हुआ है। समर्थन में ही लखनऊ में भी टीम अन्ना से जुड़े
पांच वरिष्ठ कार्यकर्ता पुरुषोत्तम शुक्ल, अखिलेश सक्सेना, देवीदत्त
पाण्डेय, भुवन चन्द्र पाण्डेय और उर्वशी शर्मा ने भी बुधवार से विधानसभा
के समक्ष अनिश्चित कालीन अनशन शुरू किया। भारत स्वाभिमान दल व आर्ट ऑफ
लिविंग के कार्यकर्ताओं ने भी धरना स्थल पर पहुंच कर अनशनकारियों को
समर्थन दिया। देर शाम विवि, संबद्ध कॉलेजों के छात्र और विभिन्न व्यापार
मंडलों एवं कर्मचारी यूनियनों से जुड़े लोगों ने भी अनशन स्थल पहुंच कर
मुहिम में पूरा सहयोग देने का वादा किया। अनशन स्थल पर यायावर रंग मंडल
ने प्रस्तुतियां दी। इसमें मुख्य रूप से शामिल थे। ने भ्रष्टाचार विरोधी
गीत व कवि अनिल कुमार वर्मा ने कविताओं का पाठ किया। देर शाम
कार्यकर्ताओं ने जीपीओ पार्क गांधी प्रतिमा तक कैंडल मार्च भी निकाला।
विधानसभा के सामने अन्ना के समर्थन में भ्रष्टाचार के खिलाफ धरने पर बैठे
कार्यकर्ता।
प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद दिल्ली में अन्ना
समर्थकों ने भ्रष्टाचारी मंत्रियों के संबंध में लगाए गए पोस्टर में उनकी
फोटो पर तो कागज चस्पा कर दिया, लेकिन लखनऊ में लगे इन्हीं पोस्टरों पर
प्रणब मुखर्जी की तसवीर साफ देखी जा सकती है।
http://epaper.amarujala.com/svww_zoomart.php?Artname=20120726a_020163007&ileft=226&itop=89&zoomRatio=136&AN=20120726a_020163007
Thursday, July 26, 2012
भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन : अनशनकारियों की सेहत में गिरावट
अन्ना समर्थकों ने दूसरे दिन भी बुलंद की आवाज
भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन : अनशनकारियों की सेहत में गिरावट, शाम को कैंडल मार्च
• अमर उजाला ब्यूरो
लखनऊ। भाषण, नारे व गीतों के जरिए अन्ना समर्थकों ने दूसरे दिन
भ्रष्टाचार के खिलाफ विधानभवन के सामने आवाज बुलंद की। धरने पर समर्थकों
की संख्या बृहस्पतिवार को भी ज्यादा नहीं दिखी, लेकिन जो भी लोग शामिल
हुए उन्होंने एक स्वर से भ्रष्ट नेताओं की जांच कराने की मांग का समर्थन
किया। शाम को अन्ना समर्थकों ने धरना स्थल से जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा
तक कैंडल मार्च निकाला।
आमरण अनशन पर बैठे पांच समर्थकों के स्वास्थ्य में बृहस्पतिवार को गिरावट
देखी गई, लेकिन प्रशासन की तरफ से उनकी जांच करने कोई डॉक्टर नहीं पहुंचा
था। निजी अस्पताल के चिकित्सक को बुलाकर परीक्षण कराया गया। कमजोरी के
चलते अनशनकारी ज्यादा देर बैठ नहीं पा रहे थे। इसके बावजूद उनके जोश में
कोई कमी नहीं थी। वे बीच-बीच में तिरंगा झंडा लेकर 'अन्ना हजारे
जिंदाबाद' और 'वंदे मातरम्' के नारे लगा रहे थे। उनके व धरने पर बैठे
दूसरे समर्थकों का उत्साह टीवी पर दिल्ली के अनशन का लाइव प्रसारण भी
बढ़ा रहा था। दिल्ली में अन्ना हजारे के अनशन की टीवी न्यूज देखने की
यहां धरनास्थल पर व्यवस्था की गई है। आंदोलन के बारे में अन्ना व उनकी
टीम के किसी सदस्य का समाचार प्रसारित होने पर यहां टीवी चालू कर दिया
जाता। इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) के साथ आर्ट ऑफ लिविंग, भष्टाचार
मिटाओ देश बचाओ सहित कई संगठनों के लोग शामिल हुए। उनमें किसी ने भाषण
दिया तो किसी ने देशभक्ति के गीत गाए। नारे लगाने वाले भी पीछे नहीं थे।
हर 10-15 मिनट बाद धरनास्थल वंदेमातरम्, भारत माता की जय, अन्ना हजारे
जिंदाबाद जैसे नारों से गूंजता रहा।
विधानभवन के सामने भ्रष्टाचार के खिलाफ गुरुवार को दूसरे दिन धरने पर
बैठे अन्ना समर्थक।
--
- Urvashi Sharma
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भ्रष्टाचार के विरोध में धरने पर बैठी टीम अन्ना:धरने पर देवीदत्त पाण्डेय, अखिलेश सक्सेना, पुरूषोत्तम शुक्ल, भुवन चन्द्र पाण्डेय, उर्वशी शर्मा, आर्ट ऑफ लीविंग, ऑटो यूनियन व विभिन्न कालेजों के छात्र भी
भ्रष्टाचार के विरोध में धरने पर बैठी टीम अन्ना
लखनऊ (एसएनबी)। भ्रष्टाचार के विरोध में नई दिल्ली के जतंर-मंतर पर चल
रहे अनिश्चितकालीन अनशन के समर्थन में राजधानी की टीम अन्ना के सदस्यों
ने भी बुधवार को विधान भवन के समक्ष धरना दिया। सदस्यों ने कहा कि जब तक
मांगें पूरी नहीं हो जातीं वे भ्रष्ट सरकार के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे।
तेज बारिश के बावजूद सुबह दस बजे के करीब टीम अन्ना के सैकड़ों सदस्य
सुश्री अरुणा सिंह एडवोकेट के नेतृत्व में जीपीओ स्थित गांधी जी की
प्रतिमा पर गये और वहां माल्यार्पण किया। इसके बाद सभी सदस्य विधान भवन
के समक्ष धरने पर बैठे। यहां पर सदस्यों को सम्बोधित करते हुए सुश्री
सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार की लड़ाई एक-दो दिन में खत्म होने वाली नहीं
है, इसलिए हमें इसे जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए पूरी तैयारी से जुटना
होगा। उन्होंने कहा कि देश की संसद में 162 दागी सांसद मौजूद है, जबकि
पन्द्रह मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। सुश्री सिंह ने आरोप लगाया
कि प्रधानमंत्री पर भी कई मामलों में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं लेकिन
केन्द्र सरकार ने इन आरोपों की सच्चाई जानने के लिए न तो जांच ही कराई और
न ही जनता को इस बावत अपनी बात ही रखी। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है
कि हम भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंकने के लिए एक हों और आगे आएं। धरने पर
देवीदत्त पाण्डेय, अखिलेश सक्सेना, पुरूषोत्तम शुक्ल, भुवन चन्द्र
पाण्डेय, उर्वशी शर्मा, आर्ट ऑफ लीविंग, ऑटो यूनियन व विभिन्न कालेजों के
छात्र भी मौजूद थे। अनशन स्थल पर जहां एक तरफ रंगमंडली के कई कलाकारों ने
नाट्य प्रस्तुतियों से लोगों में अलख जगाया तो वहीं कई लोगों ने अपनी
काव्य रचनाओं से माहौल में जोश भरा। शाम को सात बजे धरनास्थल से जीपीओ तक
मोमबत्ती जुलूस भी निकाला गया। शाम को निकाला मोमबत्ती जुलूस
--
- Urvashi Sharma
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अनशन पर अखिलेश सक्सेना, पुरुषोत्तम शुक्ल, देवीदत्त पाण्डेय, भुवन चन्द्र पाण्डेय व उर्वशी शर्मा बैठे
इण्डिया अगेन्स्ट करप्शन का अनशन जारी
लखनऊ। इण्डिया अगेन्स्ट करप्शन के बैनर तले जंतर मंतर दिल्ली में चल रहे
अनिश्चित कालीन अनशन के समर्थन में विधानभवन के समक्ष धरनास्थल पर
सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को दूसरे दिन अनशन जारी रखा।
अनशनकारियों ने कहा कि जन लोकपाल के दुश्मन इन भ्रष्ट मंत्रियों की जांच
एसआईटी के तहत करायी जाय। साथ ही स्पेशल फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाये जाने की
मांग की। इस अवसर पर यायावर रंग मण्डल व अन्य कलाकारों ने क्रातिकारी देश
भक्ति के गीत प्रस्तुत किये। अनशन पर अखिलेश सक्सेना, पुरुषोत्तम शुक्ल,
देवीदत्त पाण्डेय, भुवन चन्द्र पाण्डेय व उर्वशी शर्मा बैठे हैं। धरने पर
भारत स्वाभिमान, पतंजलि योग समिति व आर्ट आफ लिविंग के कार्यकर्ता मौजूद
थे।
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- Urvashi Sharma
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इण्डिया अगेन्स्ट करप्शन का अनशन जारी:अनशन पर अखिलेश सक्सेना, पुरुषोत्तम शुक्ल, देवीदत्त पाण्डेय, भुवन चन्द्र पाण्डेय व उर्वशी शर्मा बैठे
AM&pageno=8&edition=10&prntid=85780&bxid=16415421&pgno=8
इण्डिया अगेन्स्ट करप्शन का अनशन जारी
लखनऊ। इण्डिया अगेन्स्ट करप्शन के बैनर तले जंतर मंतर दिल्ली में चल रहे
अनिश्चित कालीन अनशन के समर्थन में विधानभवन के समक्ष धरनास्थल पर
सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को दूसरे दिन अनशन जारी रखा।
अनशनकारियों ने कहा कि जन लोकपाल के दुश्मन इन भ्रष्ट मंत्रियों की जांच
एसआईटी के तहत करायी जाय। साथ ही स्पेशल फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाये जाने की
मांग की। इस अवसर पर यायावर रंग मण्डल व अन्य कलाकारों ने क्रातिकारी देश
भक्ति के गीत प्रस्तुत किये। अनशन पर अखिलेश सक्सेना, पुरुषोत्तम शुक्ल,
देवीदत्त पाण्डेय, भुवन चन्द्र पाण्डेय व उर्वशी शर्मा बैठे हैं। धरने पर
भारत स्वाभिमान, पतंजलि योग समिति व आर्ट आफ लिविंग के कार्यकर्ता मौजूद
थे।
rashtriya sahara 27 july 2012 lucknow edition page 8
http://www.rashtriyasahara.com/newsview.aspx?eddate=7/27/2012 12:00:00
AM&pageno=8&edition=10&prntid=85780&bxid=16415421&pgno=8
Wednesday, July 25, 2012
LUCKNOW AGAINST CORRUPTION 25 JULY 2012 PROTEST PICS
Saxena , Purushottam Shukla,Bhuvan Chandra Pandey , Devi Dutt Pandey &
other IAC Volumteers from Lucknow at Mahatma Gandhi statue at
Hazrathanj GPO Lucknow,Uttar Pradesh to pay homage to Mahatma Gandhi
before moving to dharna sthal opposite vidhaan sabha in Lucknow .
Later ,Urvashi Sharma, Akhilesh Saxena , Purushottam Shukla,Bhuvan
Chandra Pandey & Devi Dutt Pandey started their indefinite fast to
continue the fight against corruption .
LUCKNOW AGAINST CORRUPTION 25 JULY 2012 PROTEST PICS
Saxena , Purushottam Shukla,Bhuvan Chandra Pandey , Devi Dutt Pandey &
other IAC Volumteers from Lucknow at Mahatma Gandhi statue at
Hazrathanj GPO Lucknow,Uttar Pradesh to pay homage to Mahatma Gandhi
before moving to dharna sthal opposite vidhaan sabha in Lucknow .
Later ,Urvashi Sharma, Akhilesh Saxena , Purushottam Shukla,Bhuvan
Chandra Pandey & Devi Dutt Pandey started their indefinite fast to
continue the fight against corruption .
LUCKNOW AGAINST CORRUPTION 25 JULY 2012 PROTEST PICS
Saxena , Purushottam Shukla,Bhuvan Chandra Pandey , Devi Dutt Pandey &
other IAC Volumteers from Lucknow at Mahatma Gandhi statue at
Hazrathanj GPO Lucknow,Uttar Pradesh to pay homage to Mahatma Gandhi
before moving to dharna sthal opposite vidhaan sabha in Lucknow .
Later ,Urvashi Sharma, Akhilesh Saxena , Purushottam Shukla,Bhuvan
Chandra Pandey & Devi Dutt Pandey started their indefinite fast to
continue the fight against corruption .
Tuesday, July 24, 2012
Why go to the library for research
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Why go to the library for research
Why go to the library for research
SOBHANA K
New Delhi, July 20: Struggling over your civics homework or history
thesis? No problem, just file a Right to Information Act application
with the National Archives of India, and its officials will find the
answer for you.
The problem has gone beyond a joke, say administrators at the National
Archives of India (NAI). They are breaking their back to locate the
answers from their mountains of documents as people, including
researchers, bombard them with RTI queries as a short cut, sparing
themselves long hours in the NAI's reading room going through musty
records.
The NAI is receiving about 120 RTI applications a month. With the act
setting no limit on the number of questions that can be asked,
sometimes a single application contains queries on multiple subjects.
"The library is open to one and all. There is no reason why people
should seek information through the RTI when they can come themselves
and look for it here. They are just looking for an easy way out," NAI
director-general Mushirul Hasan complained.
Forced to double as researchers, the archive's administrators are
planning to request the government to amend the RTI Act to exempt
libraries from its ambit.
It's easy to sympathise with them: one query asked for "a list of all
the names inscribed on the India Gate in Delhi and who they are". The
monument carries 90,000 names: soldiers who died fighting for British
India in World War I (1914-18) and the Third Anglo-Afghan War (1919).
Another demanded a "record of all people hanged since 1947 onwards and
those who got amnesty".
The one question that seems to have started the trend came from a
10-year-old schoolgirl in Lucknow.
Aishwarya Parashar had sent an RTI application to the Prime Minister's
Office (PMO) in February asking how Mahatma Gandhi secured the tag of
"Father of the Nation". The PMO forwarded it to the home ministry,
which sent it to the NAI.
Flummoxed NAI officials discovered there never had been an official
declaration and replied that no documents on the information sought
were available.
Parashar's question spurred others to file similar queries, this time
directly to the NAI.
"We have received several questions asking the same thing, only framed
a little differently. Some ask for the gazette notification in which
Gandhi was declared 'Father of the Nation'; others ask for file
notings if there are any," a senior official said.
Another favourite RTI topic is the Emergency. "How many people were
sterilised during the Emergency?" asked one applicant. "Please give
details of people arrested and detained," requested another.
Some seek historical dates, such as the date of birth of 1857 revolt
hero Mangal Pandey .
A "whole lot" of applicants demand information on the wealth and
properties of the erstwhile royals, who had to submit an inventory of
their assets at the time of accession, a senior NAI official said.
"People demand photocopies of the inventories, mainly to settle court
cases," he explained.
Then there are the queries filed by researchers. "Most of them are
very honest and accept that they have filed the RTI application to
help them collect the data," the official said.
http://www.telegraphindia.com/1120721/jsp/nation/story_15754904.jsp
Monday, July 23, 2012
Right to Education Uttar Pradesh Lucknow News
- Urvashi Sharma
Right to Information Helpline 8081898081
Helpline Against Corruption 9455553838
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public hearing in lucknow on right to information and corruption
- Urvashi Sharma
Right to Information Helpline 8081898081
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