Thursday, June 28, 2018

‘अडॉप्ट ए हेरिटेज’ प्रोजेक्ट लागू करने के लिए भारत सरकार ने महज 2 दिनों में लिया निर्णय - अब तक प्रोजेक्ट के तहत गोद दिए गए लालकिला समेत 5 अन्य पर्यटन स्थल : आरटीआई गर्ल ऐश्वर्या पाराशर की RTI से हुआ खुलासा l


























लखनऊ/ 28 जून 2018 ...........

भारत में 3686 पुरातात्विक महत्त्व के स्थल हैं, 36 वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स हैं और 112 ऐसे स्मारक हैं जिन पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा तयशुदा टिकट लेने के बाद ही प्रवेश दिया जाता है l इन पर्यटन स्थलों पर पर्यटक सुविधाओं में इजाफा करके  और इन स्थलों का समुचित ढंग से रखरखाव करके देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने पिछले वर्ष के 09 अक्टूबर को पहली बार ‘Adopt a Heritage’ ‘अपनी धरोहर अपनी पहचान’ नाम के प्रोजेक्ट को पब्लिक और प्राइवेट कंपनीज़ के बीच ले जाने का प्रस्ताव किया था l इस बात का खुलासा यूपी की राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित सिटी मोंटेसरी स्कूल की राजाजीपुरम शाखा की कक्षा 12 की जीव विज्ञान की 16 वर्षीय छात्रा ऐश्वर्या पाराशर की आरटीआई पर भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण के अधि. पु. अभियंता एवं सीपीआईओ भीमा अजमीरा तथा पर्यटन विभाग के अडॉप्ट ए हेरिटेज डिवीज़न के सहायक महानिदेशक सी. गंगाधर द्वारा दिए गए उत्तरों से हुआ है l


गंगाधर ने ऐश्वर्या को बताया है कि फाइल संख्या TT-31/2017 में पर्यटन विभाग के सहायक महानिदेशक अनिल ओरव ने 09 अक्टूबर को पहली बार ‘Adopt a Heritage’ ‘अपनी धरोहर अपनी पहचान’ नाम के प्रोजेक्ट को उस समय 5 से 25 अक्टूबर के बीच होने वाले पर्यटन पर्व के समय पब्लिक और प्राइवेट कंपनीज़ के बीच ले जाने,13 अक्टूबर 2017 को नई दिल्ली में देश की 80 बड़ी इंडस्ट्रीज और औधोगिक घरानों के साथ मीटिंग करने और 200 लिस्टेड प्राइवेट और पब्लिक कम्पनीज से इस सम्बन्ध में ‘एक्सप्रेशन ऑफ़ इंटरेस्ट’ मंगवाने का प्रस्ताव किया था जिस पर अगले दिन महानिदेशक पर्यटन ने अपना सुझाव दिया था और इसी दिन पर्यटन सचिव ने प्रस्ताव का अनुमोदन कर दिया था l


गंगाधर ने आरटीआई गर्ल के नाम से प्रसिद्द ऐश्वर्या को बताया है कि  दिल्ली स्थित लाल किला का ‘स्मारक मित्र’ नियुक्त करने के लिए भारत सरकार और डालमिया भारत लिमिटेड कंपनी की मध्य बीते 9 अप्रैल को करार किया गया l इसी प्रकार महरौली - गुडगाँव रोड स्थित अज़ीम खान के मकबरे, नई दिल्ली स्थित राजों की बावली, नई दिल्ली स्थित मोठ की मस्जिद,और नई दिल्ली स्थित महरौली पुरातात्विक पार्क ट्रेल ‘जमाली कमाली’ नाम की 4 धरोहरों   का ‘स्मारक मित्र’ नियुक्त करने के लिए भारत सरकार और केपर ट्रेवल कंपनी (प्रा०) लिमिटेड के बीच हाल ही में बीते 11 जून को करार किया गया है l गंगाधर ने ऐश्वर्या को इन 5 करारों की प्रतियाँ भी भेजी हैं l

भीमा अजमीरा द्वारा ऐश्वर्या की गई सूचना के अनुसार अडॉप्ट ए हेरिटेज सूचन स्कीम के तहत अब तक लाल किला और डंडीकोट्टा स्मारकों को शामिल किया गया है l
गौरतलब है कि भारत सरकार अब तक फेज-1 में 14, फेज-2 में 32, फेज-3 में 24 और फेज-4 में 23 स्मारकों को गोद दिए जाने के लिए विभिन्न कंपनियों और कॉर्पोरेट हाउसेस के लिए पत्र लिख चुकी है l विश्व प्रसिद्द ताज महल को गोद दिए जाने के लिए ITC होटल्स और GMR स्पोर्ट्स  को पत्र लिखा गया है l



स्मारकों को गोद दिए जाने के लिए  किये जा रहे इन करारों में भारत सरकार की ओर से पर्यटन मंत्रालय प्रथम पक्ष , संस्कृति मंत्रालय द्वितीय पक्ष, भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण तृतीय पक्ष और सम्बंधित कंपनी चतुर्थ पक्ष है l आरंभिक करार 5 वर्षों के लिए है l करार के अनुसार कंपनी गोद लिए गए स्मारक में आने वाली जनता से किसी भी प्रकार कोई भी धन नहीं कमाएगी l स्मारक मित्र कंपनी को इस कार्य से जुड़े बैंक अकाउंट का ऑडिट प्रत्येक तिमाही कैग के पैनल के सीए से कराना अनिवार्य होगा l प्रत्येक स्मारक पर कार्य के प्रबंधकीय ढांचे में 3 कमेटियां, स्मारक मित्र कंपनी और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसलटेंट नियुक्त करने की व्यवस्था की गई है l करार को किसी भी पक्ष द्वारा 6 माह का नोटिस देकर रद्द किया जा सकता है हालाँकि विशेष परिस्थितियों में पर्यटन मंत्रालय इन करारों को तुरंत प्रभाव से रद्द कर सकता है l स्मारक मित्र कम्पनियों को स्मारकों पर विभिन्न जन सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए 3 माह से 2 साल तक का समय दिया गया है l स्मारक मित्र कंपनियों को स्मारकों पर कम्पनी के नाम का सीमित प्रचार करने की छूट दी गई है l



ऐश्वर्या का कहना है कि यदि हमारे देश की कम्पनियाँ कॉर्पोरेट सोशल रेस्पोंसिबिलिटी के तहत खर्च किये जाने वाले पैसों को यदि निःस्वार्थ भाव से देश की धरोहरों पर खर्च करेंगी तो निश्चित रूप से सरकार की मंशा के अनुरूप मोदी सरकार का यह प्रोजेक्ट भारत में पर्यटन को बढाने में सहायक सिद्ध होगा l

Thursday, June 21, 2018

भारत की कोई राष्ट्रमाता नहीं : कक्षा 2 के 6 वर्षीय छात्र यश राज पाराशर की RTI से हुआ खुलासा l




लखनऊ / 21 जून 2018...........

भारत को अंग्रेजों से आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महात्मा गाँधी को भारत का राष्ट्रपिता कहा और माना जाता है l भारत के इतिहास में अनेकों महान महिलाओं के नाम स्वर्णाक्षरों में दर्ज हैं लेकिन अभी तक भारत की कोई  भी महिला देश की राष्ट्रमाता  का दर्जा नहीं पा सकी है l और तो और, जब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के राजाजीपुरम ऍफ़ ब्लाक स्थित सेंट एंजनीज पब्लिक स्कूल की कक्षा 2 के साढ़े 6 वर्षीय छात्र यश राज पाराशर ने भारत सरकार को एक आरटीआई अर्जी देकर भारत की राष्ट्रमाता का नाम पूंछा तो सरकार ने इस सम्बन्ध में कोई भी जानकारी नहीं होने की बात कहते हुए अपने हाथ खड़े कर दिए हैं l


दरअसल यश ने बीते 13 मई को भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय को RTI अर्जी भेजी थी l प्रधानमंत्री कार्यालय के अवर सचिव एवं केन्द्रीय लोक सूचना अधिकारी प्रवीन कुमार ने मामला गृह मंत्रालय से सम्बंधित बताते हुए यश की अर्जी को बीती 23 मई को गृह मंत्रालय के नोडल आरटीआई अधिकारी को ट्रान्सफर कर दिया था l भारत सरकार के गृह मंत्रालय के निदेशक ( प्रशासनिक ) तथा केन्द्रीय लोक सूचना अधिकारी ए. के. दयोरी ने बीते 11 जून को पत्र जारी कर यश को जो सूचना दी है उससे साफ हो गया है कि भारत की कोई राष्ट्रमाता नहीं हैं l



दयोरी ने यश को बताया है कि राष्ट्रमाता के नाम से सम्बंधित सूचना गृह मंत्रालय से सम्बंधित नहीं है और यह भी कि गृह मंत्रालय को यह भी नहीं पता है कि राष्ट्रमाता की सूचना किस लोक प्राधिकरण से सम्बंधित है और यश की अर्जी को आगे अंतरित नहीं किया है l अलबता दयोरी ने यश को प्रथम अपीलीय अधिकारी के नाम और पते की जानकारी दे दी है l



यश ने बयाता कि सामान्य ज्ञान में राष्ट्रपिता से सम्बंधित सबाल पढने के बाद उनके मन में राष्ट्रमाता का नाम जानने की जिज्ञासा हुई और अध्यापकों और परिजनों से कोई जबाब नहीं मिलने पर उन्होंने अपनी दीदी ऐश्वर्या पाराशर की मदद से आरटीआई दायर की थी l यश ने बताया कि वे अपने पीएम अंकल को चिट्ठी लिखकर भारत की राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग करेंगे l