Friday, May 24, 2013

खालिद के चाचा द्वारा दर्ज ऍफ़ आई आर में नामित पुलिस अधिकारी तत्काल निलंबित हों : उर्वशी शर्मा

खालिद मुजाहिद के परिजन को मुआवजे के साथ सरकारी नौकरी देने, ख्रालिद मुजाहिद की पुलिस हिरासत में मृत्यु के मामले में दर्ज हत्या व हत्या की साजिश रचने के  मुक़दमे में आरोपित सेवारत पुलिस कार्मिकों को तत्काल निलंबित करने, निमेष आयोग की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने में देरी करने के   दोषियों के नाम खालिद मुजाहिद की हत्या की साजिश रचने के  मुक़दमे में  शामिल करने ,तारिक कासमी और ऐसे अन्य मुसलमानों  के जीवन की सुरक्षा व्यवस्था इमानदार कार्मिकों को सौपने एवं  जेल में बंद बेगुनाह मुसलमानों को राज्य सरकार द्वारा रिहा कराने का  निर्णय लेते समय ही ऐसे बेगुनाहों को झूठे मामलों में फंसाने बाले लोकसेवकों/व्यक्तियों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कराने और  ऐसे बेगुनाह मुसलमानों को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए मुआवजे के साथ सरकारी नौकरी दिए जाने का निर्णय भी लिए जाने के सम्बन्ध में मांगपत्र


please find the demand letter as sent by HUMAN RIGHTS ACTIVIST Urvashi Sharma at given link
http://upcpri.blogspot.in/2013/05/blog-post_24.html

Wednesday, May 22, 2013

राष्ट्रध्वज के अपमान को लेकर न्यायालय में दिया गया प्रार्थना पत्र:सुब्रत राय और सहारा परिवार के अफसरों पर कार्रवाई की मांग:मजिस्ट्रेट ने दो दिनों में तलब की आख्या

अदालत में दिए प्रार्थना पत्र में उर्वशी शर्मा का कहना है कि रमाबाई मैदान में गत छह मई को सहारा इंडिया परिवार द्वारा आयोजित भारत भावना दिवस में राष्ट्रध्वज का अपमान किया गया था। राष्ट्रगान समारोह में उपस्थित लोगों ने एक साथ राष्ट्रगान गाने का विश्व रिकार्ड तो बना लिया, लेकिन राष्ट्रगान गाने के कार्यक्रम के बाद राष्ट्रध्वज तिरंगे को पैरों तले रौंदा गया। जिसके चित्र समाचार पत्रों में भी प्रकाशित हुए थे। तिरंगे के इस सार्वजनिक अपमान के चित्र देखकर उर्वशी ने नौ मई को इस संबंध में सुब्रत राय एवं सहारा इंडिया परिवार के उत्तरदायी अधिकारियों एवं कार्मिकों के विरुद्ध राष्ट्रीय गौरव अपमान अधिनियम 1971 की धारा 2 के तहत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर कानूनी कार्यवाही के लिए एक प्रार्थना पत्र थाना तालकटोरा को दिया।

उर्वशी के अधिवक्ता त्रिभुवन कुमार गुप्ता ने बताया कि इस मामले में परिवाद रिपोर्ट का अवलोकन करने के बाद मजिस्ट्रेट ने मामले की जांच के लिए परिवाद को आशियाना थाने भेजने के आदेश के साथ दो दिनों में में आख्या तलब की है। मामले में अगली सुनवाई के लिए 23 मई निर्धारित किया गया है।

read full story at
http://upcpri.blogspot.in/2013/05/blog-post_21.html

Tuesday, May 21, 2013

समाजसेविका ने लगाया शिवपाल सिंह यादव पर भ्रष्टाचार की शुरुआत करने के प्रयास का आरोप : मंत्री की बर्खास्तगी को लिखा राज्यपाल और अखिलेश को पत्र

समाजसेविका और आरo टीo आईo एक्टिविस्ट उर्वशी शर्मा  के अनुसार  लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव की  "चोरी" करने और "डकैती" न करने की नसीहत विभाग में  भ्रष्टाचार की शुरुआत करने  का एक   सिद्ध प्रयास था जिसके लिए शिवपाल को तत्काल बर्खास्त कर उनके विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अनुशासनात्मक  कार्यवाही किया जाना नैतिक और कानूनी लिहाज से नितांत  आवश्यक है l

प्रकरण की तह तक जाने के लिए उर्वशी ने 16 अप्रैल 2013 को लोक निर्माण विभाग के मंत्री के कार्यालय से आठ बिन्दुओं पर सूचना माँगी थी l इस सम्बन्ध में लोक निर्माण विभाग, उत्तर प्रदेश शासन के अनु सचिव एवं जन सूचना अधिकारी शशि कमल गोस्वामी  ने अपने 13 मई के पत्र द्वारा जो सूचना दी है वह यह सिद्ध करती है कि शिवपाल का "चोरी" और "डकैती" बाला वयान पूरी तरह भ्रष्टाचार की शुरुआत करने  का एक  चालाकी और कुटिलता से भरा  सिद्ध प्रयास था  और बाद में दिया गया स्पस्टीकरण  पूरी  तरह असत्य था l


शशि कमल गोस्वामी के अनुसार उत्तर प्रदेश के   पीo डब्लूo डीo विभाग में मेहनत करने बाले लोकसेवकों को थोडी बहुत चोरी करने के लिए  अधिकृत करने के लिए , उत्तर प्रदेश के   पीo डब्लूo डीo विभाग में मेहनत करने बाले लोकसेवकों को  डकैती करने के लिए  अधिकृत न  करने के लिए , उत्तर प्रदेश के   पीo डब्लूo डीo विभाग  में  'चोरी करने को परिभाषित करने बाले, उत्तर प्रदेश के   पीo डब्लूo डीo विभाग  में  'डकैती करने  को परिभाषित करने बाले,   उत्तर प्रदेश सरकार में कोई भी शासनादेश,नियम,अधिनियम,अधिसूचना आदि नहीं हैं  l


शशि कमल गोस्वामी ने आगे लिखा है कि उत्तर प्रदेश के   पीo डब्लूo डीo विभाग  में कार्यरत 'मेहनत' करने बाले  लोकसेवकों की संख्या ,उत्तर प्रदेश के   पीo डब्लूo डीoविभाग  में  कार्यरत "चोरी" करने बाले  लोकसेवकों की संख्या,उत्तर प्रदेश के   पीoडब्लूo डीo विभाग  में  कार्यरत 'डकैती' करने बाले  लोकसेवकों की संख्या के बारे में विभाग में कोई भी सूचना नहीं है

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http://upcpri.blogspot.in/2013/05/blog-post_6947.html

Insult to National Flag : Court to decide for filing of F.I.R. against Subrat Roy and Sahara India Parivaar on 23 May 2013

Insult to National Flag : Court to decide for filing of F.I.R. against Subrat Roy and Sahara India Parivaar on 23 May 2013

http://www.mynews.in/Blog/insult_to_national_flag__court_to_decide_for_filing_of__f.i.r.__against_subrat_roy_and_sahara_india_parivaar_on_23_may_2013_B137468.html

by Ram Prakash 21-May-2013

Lucknow:20 may 2013

 

On a petition  moved by Lucknow based Social Activist Urvashi Sharma under 156(3) CrPc, the court of Judicial Magistrate II  has directed the Ashiyana Police Station of State Capital to enquire the matter of filing of  First Information Report (FIR) against Subrat Roy and Sahara India Parivaar and submit report by 22-05-13. The next date of hearing is 23-05-2013.

 


According to the petition filed by Urvashi Sharma, a Lucknow based social Activist,on 06-05-13(Monday) , SAHARA India Parivaar had organized " Bharat Bhavna Divas" at Ramabai Ground in Lucknow. Later Urvashi came to know through newspaper-reports that the National Flag (Tricolor) was grossly dishonored at the venue of the program. According to Urvashi, the organizers of the said feat were solely responsible for this act of gross disrespect to national flag of India and that the Organizers should have acted responsibly and should have made adequate arrangements so as to avert any such situation. If they were not able to manage it, they should have avoided use of tricolor in the event.  

 

On 09-05-13,  Urvashi moved an application to  Police Station officer of Thana Talkatora to lodge a F.I.R. under the Prevention of Insult to National Honour Act 1971 and other relevant sections of I.P.C. against Subrata Roy, managing worker and chairman of Sahara India Pariwar & other staff and workers of Sahara India Parivaar    who were directly responsible for dishonoring the National Flag of INDIA .

 

Police Station officer of Thana Talkatora refused to entertain the application and directed Urvashi to contact Ashiyana Police Station. On 11-05-13,  Urvashi moved the  application to  Police Station officer of Thana Ashiyana. Police Station Ashiyana too refused to file the F.I.R. and Urvashi was compelled to move an application to S.S.P. of Lucknow.Application dated 15-05-13 to S.S.P. Lucknow was also of no avail so Urvashi  has now filed a case u/s 156(3) CrPc to get the F.I.R. registered  in this matter of gross disrespect to National Flag of India and the culprits be punished.

 

 

"I have informed the matter to Chief Secretary of Uttar Pradesh and DGP of Uttar Pradesh also but no action from their end is damn surprising to me and shows their lackluster attitude towards safeguarding the honor of National Symbols in Uttar Pradesh " told Urvashi.