Saturday, July 12, 2014

किरण बेदी के '6P' के जवाब में अखिलेश के मंत्री ने दिया विवादित बयान

UTTAR PRADESH
 

किरण बेदी के '6P' के जवाब में अखिलेश के मंत्री ने दिया विवादित बयान

dainikbhaskar.com | Jul 13, 2014, 00:40AM IST
 
किरण बेदी के '6P' के जवाब में अखिलेश के मंत्री ने दिया विवादित बयान
तस्वीर में: महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रम राज्यमंत्री अभिषेक मिश्र के साथ किरण बेदी।
 
  • दोनों की महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रम में हुए थे शामिल।
  • किरण बेदी ने अखिलेश सरकार पर जमकर साधा निशाना
  • विवादित बयान पर आरटीआई कार्यकर्ता ने राज्यपाल को लिखा पत्र
लखनऊ. देश की पहली महिला आईपीएस अफसर किरण बेदी ने यूपी में महिलाओं के प्रति बढ़ते क्राइम के लिए '6P' को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना था कि जब तक '6P' यानि पुलिस, पब्लिक, पॉलीटीशियन, प्रोसिक्यूशन (अभियोजन), प्रिजन (जेल), प्रेस (मीडिया) गंभीर नहीं होंगे, तब तक महिलाओं के खिलाफ क्राइम कम नहीं होगा। उनके इस बयान के जवाब में कार्यक्रम में मौजूद यूपी सरकार ने राज्यमंत्री अभिषेक मिश्रा ने विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा, 'हर महिला के पीछे सिपाही नहीं लगाया जा सकता है।' 

अभिषेक मिश्रा द्वारा दिए गए विवादित बयान पर आरटीआई कार्यकर्ता उर्वशी शर्मा ने राज्यपाल को पत्र लिखा है। उन्हें अपने पत्र में राज्यमंत्री के बयान की जांच कराने की मांग की है। इसमें लिखा है कि यदि यूपी सरकार महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं ले सकती है, तो उसे बर्खास्त कर देना चाहिए। 

किरण बेदी ने कहा- यूपी सरकार क्राइम रोकने में नाकाम

महिला सशक्तिकरण के एक कार्यक्रम में बोलते हुए किरण बेदी ने यूपी में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते क्राइम पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि यूपी में आए दिन हो रहे क्राइम को रोकने में अखिलेश सरकार नाकाम रही है। फीफा वर्ल्ड कप के मैच देखने गए सीएम अखिलेश यादव फौरन वापस बुलाना चाहिए। यूपी पुलिस क्राइम को छोटे-बड़े नजरिए से देखने लगी है। इसलिए छेड़छाड़ की छोटी से घटना भी आगे चल कर बड़ी हो जाती है। 

महिलाओं की सुरक्षा के लिए न्यायिक प्रक्रिया में लाना होगा सुधार

किरण बेदी ने कहा कि राजनीतिक दलों को महिलाओं की सुरक्षा के लिए सकारात्मक सोच रखनी पड़ेगी। इसके अलावा न्यायिक प्रक्रिया में भी सुधार लाना होगा। आज अभियोजन पक्ष काफी कमजोर हो चुका है। पीड़ित न्याय के लिए चक्कर लगता रहता है। वहीं, आरोपी आराम से खुलेआम घूमते हैं। जेलों के हालात भी बिगड़ गए हैं। वहां पर अपराधी सुधरने की बजाए और खूंखार बन रहा हैं।  

आगे पढ़िए, किरण बेदी ने कहा- '6P' में बदलाव जरूरी...
http://www.bhaskar.com/article/UP-LUCK-uttar-pradesh-govt-4678114-PHO.html?seq=2
 
किरण बेदी के '6P' के जवाब में अखिलेश के मंत्री ने दिया विवादित बयान
तस्वीर में: किरण बेदी।
 
'6P' में बदलाव के बिना राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं

उन्होंने कहा कि आम जनता और प्रेस में भी बदलाव होना चाहिए। कई बार मीडिया और जनता छोटी घटना पर भी प्रतिक्रिया करती है, तो कई बार किसी के दबाव में आकर बड़ी घटना को भी नहीं उठाती है। जब तक '6P' नहीं बदलेंगे, तब तक राज्य में महिलाओं की सुरक्षा नामुमकिन है। पुलिस व्यवस्था में सुधार होना चाहिए। राज्य में सिपाहियों की कमी को फौरन दूर किया जाना चाहिए।

फिसली राज्यमंत्री अभिषेक मिश्रा की जुबान
 
किरण बेदी के सुझावों पर कार्यक्रम में मौजूद राज्यमंत्री अभिषेक मिश्रा ने माना कि कई जगहों पर खामियां हैं। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सरकार हर कदम उठा रही है। उनकी सरकार ने 1090 वीमेन हेल्पलाइन भी शुरू की है। पुलिस विभाग में भर्तियों के साथ ही लापरवाही बरतने वाले पुलिस अफसरों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। इसी दौरान कैबिनेट मंत्री की जुबान फिसल गई और उन्होंने कहा, 'हर महिला के पीछे सिपाही नहीं लगाया जा सकता है। 

आगे पढ़िए, अभिषेक मिश्रा के विवादित बयान पर क्या कहते हैं पूर्व डीजीपी...

किरण बेदी के '6P' के जवाब में अखिलेश के मंत्री ने दिया विवादित बयान
तस्वीर में: कार्यक्रम में राज्यमंत्री अभिषेक मिश्रा बगल में किरण बेदी।
 
पूर्व डीजीपी ने राज्यमंत्री के बयान से जताई असहमति

पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह ने अभिषेक मिश्रा के विवादित बयान से सहमति नहीं जताई है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए हर जगह पुलिसकर्मी तैनात करना मुमकिन नहीं है। यदि महिलाओं को सुरक्षित माहौल नहीं मिला तो यह सरकार और पुलिस दोनों की विफलता होती है। यदि सरकार अपराधियों को बचाने और संरक्षण देने का काम करेगी तो कोई भी सुरक्षित नहीं रह सकता।

उन्होंने किरण बेदी के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि पुलिस अपने कर्त्तव्य भूल चुकी है। इसीलिए वह गलत करने को कहने वाले नेताओं को नहीं कहती। इसी कार्यशैली की वजह से ही पुलिस बदनाम हो चुकी है। पुलिस जब तक अपराध को दबाने की प्रवृत्ति नही छोड़ेगी, तब तक अपराधियों का मनोबल बढ़ता रहेगा। जेलें बंदियों को सुधारने के लिए बनाई गई थी, पर वह भी उन्हें खूंखार अपराधी बनने का रास्ता दिखा रही हैं। जेलों में सुधार किए बगैर अपराधी का सुधरना नामुमकिन है।

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