Wednesday, May 17, 2017

UP : दागी IAS सदाकांत की राह कितनी मुश्किल करेगी एक्टिविस्ट उर्वशी की यह PIL?



लखनऊ / 17 मई 2017
यूपी के अपर मुख्य सचिव आई.ए.एस. सदाकांत सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद भी मलाईदार माने जाने वाले लोक निर्माण विभाग के साथ-साथ आवास एवं शहरी नियोजन के मुखिया के पदों पर काबिज हैं l अंदरखाने खबरें आती रही हैं कि सदाकांत सूबे की नौकरशाही की सबसे ऊंची कुर्सी पर काबिज होने के  लिए जबरदस्त सियासी जोड़-तोड़ और पूजा-पाठ में लगे हुए हैं l पर इसी बीच लखनऊ से एक ऐसी खबर आ रही है जो अगर यूपी के सीएम योगी तक पहुँच गई तो न केवल सदाकांत के मुख्य सचिव की कुर्सी के पास पहुँचने के मंसूबों पर पानी फेर सकती है बल्कि सदाकांत को उनके वर्तमान के दोनों मलाईदार पदों से दूर भी कर यूपी की नौकरशाही में किनारे भी लगा सकती है l


बीजेपी संगठन उत्तर प्रदेश की आरटीआई सेल की पूर्व प्रदेश उप-प्रभारी और लखनऊ की नामचीन समाजसेविका एवं आरटीआई कार्यकत्री उर्वशी शर्मा ने आरटीआई से प्राप्त रिकॉर्ड के आधार पर सदाकांत पर जालसाजी से सरकारी आवास आबंटन करा लेने के आपराधिक मामले में कार्यवाही कराने के लिए बीते सोमवार को अपने अधिवक्ता त्रिभुवन कुमार गुप्ता के मार्फत एक जनहित याचिका उच्च न्यायालय इलाहाबाद की लखनऊ खंडपीठ में दायर की है l


उर्वशी के अधिवक्ता त्रिभुवन कुमार गुप्ता ने बताया कि जनहित याचिका में मुख्य रूप से मांग की गई है कि राज्य सरकार को निर्देशित किया जाए कि वह सूबे के सभी पुलिस थानों पर उच्चतम न्यायालय द्वारा ललिता कुमारी बनाम उत्तर प्रदेश सरकार में  निर्धारित किये गए कानून का और भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को दिए निर्देशों का  अक्षरशः अनुपालन कराने की प्रणाली विकसित करे और पुलिस थानों पर प्राप्त संज्ञेय अपराध के प्रत्येक मामले में बिना किसी भेद-भाव के शीघ्रता से ऍफ़.आई.आर. दर्ज कराये और संज्ञेय अपराध प्रकट होने पर भी ऍफ़आईआर दर्ज न करने पर सम्बंधित पुलिस कार्मिकों के खिलाफ कार्यवाही करे l


गुप्ता के अनुसार जनहित याचिका में लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  और थाना हजरतगंज के थाना प्रभारी द्वारा सदाकांत के आपराधिक कृत्यों पर कानूनी कार्यवाही करने के स्थान पर सदाकांत का अपराध छुपाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  और थाना प्रभारी के खिलाफ कार्यवाही की मांग भी की गई है l
    



सदाकांत को साल 2011 में बॉर्डर रोड आर्गेनाइजेशन में तैनाती के दौरान भारत की सुरक्षा से सम्बंधित दस्तावेज लीक कर किये गये 200 करोड़ के घूसकांड का मास्टरमाइंड बताते हुए उर्वशी ने बताया कि उनको विश्वास है कि वे उच्च न्यायलय से सदाकांत को उसके किये की सजा दिलवाकर यूपी को सदाकांत सरीखे भ्रष्ट और जालसाज नौकरशाहों से मुक्ति दिलाने के साथ-साथ सूबे के सभी थानों को भ्रष्टाचार मुक्त बनाकर नए सीएम योगी आदित्यनाथ की ‘जीरो टॉलरेंस तो करप्शन’ की मुहिम को परवान चढ़ाने में एक सजग नागरिक के रूप में अपना समुचित योगदान देने में कामयाब अवश्य होंगी l 

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