लखनऊ/05-01-2018...............................उत्तर
प्रदेश के राज्य सूचना आयुक्त हाफिज उस्मान ने बीते कल रामपुर के विकास भवन में जन
सूचनाधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में बयान दिया था कि अधिकांश आरटीआई
कार्यकर्ता आरटीआई के नाम पर दलाली और
ब्लैकमेलिंग करते हैं। इस बात को सच बताने के लिए उस्मान ने रामपुर के एक मामला का
हवाला भी दिया था हालाँकि उस्मान ने कथित ब्लैकमेलर कार्यकर्ता का नाम सार्वजनिक
नहीं किया था । कथित ब्लैकमेलर कार्यकर्ता को कचहरी
में बैठने वाला बताते हुए उस्मान ने कार्यकर्ता के उनके सामने रो देने के बाद बिना
ऍफ़.आई.आर. लिखाये मामला रफा-दफा कर देने की बात कहते हुए ऐसे और भी कई मामले होने की
बात सार्वजनिक रूप से कही थी। उस्मान ने यह भी कहा था कि ऐसे लोगों के खिलाफ आयोग
काफी सख्ती से कार्रवाई करता है। सूचना आयुक्त ने यह भी
कहा था कि वे डरकर काम नहीं करते, मजबूती से काम करते हैं और
उन्होंने कई बार आरटीआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराई है। उस्मान ने
उत्तर प्रदेश सूचना का अधिकार नियमावली 2015 में अधिनियम का दुरुपयोग करने वालों
के लिए कार्रवाई का नया प्रावधान किये
जाने की बात भी सार्वजनिक रूप से कही थी ।
सूचना आयुक्त के बयान पर
तीखी प्रतिक्रिया देते हुए सूबे की तेजतर्रार आरटीआई कार्यकत्री उर्वशी शर्मा ने उस्मान
के इस बयान को सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए राजनैतिक मानसिकता के तहत दिया गया एक
ऐसा भ्रामक बयान बताया है जो सूबे में आरटीआई आन्दोलन के लिए आत्मघाती साबित होगा
l बकौल उर्वशी सूचना आयोग के वर्तमान आयुक्तों में से अच्छा काम करने वाले
आयुक्तों में शुमार होने वाले हाफिज उस्मान के ऐसे आरटीआई विरोधी बयान से वे व्यक्तिगत रूप से व्यथित हैं l उर्वशी ने
बयान जारी करके कहा है कि उस्मान के वक्तव्य से उनके जैसे अनेकों सच्चे आरटीआई कार्यकर्ताओं
का मनोबल कम होगा जिसकी अंतिम परिणति सूबे में पारदर्शिता और जबाबदेही की मुहिम के
कमजोर होने के रूप में सामने आयेगी l
बकौल उर्वशी कुछेक गलत
लोगों की बजह से आरटीआई एक्टिविस्टों की पूरी की पूरी बिरादरी पर तोहमत लगाया जाना
सही नहीं है और इसीलिये अब वे शीघ्र ही सूचना आयुक्त हाफिज उस्मान और मुख्य सूचना
आयुक्त जावेद उस्मानी से मिलकर हाफिज उस्मान के भ्रामक वक्तव्य पर स्पष्टीकरण जारी करने के साथ-सतह आरटीआई के नाम पर दलाली और ब्लैकमेलिंग करने वाले सभी
आरटीआई कार्यकर्ताओं के नाम आयोग की वेबसाइट पर और आयोग में सूचना पट पर प्रदर्शित
कराने और सभी कथित ब्लैकमेलर कार्यकर्ताओं के खिलाफ तत्काल ऍफ़.आई.आर. लिखाने की
मांग करेंगी l
उर्वशी ने बताया कि RTI एक्ट का दुरुपयोग करने से लोगों को हतोत्साहित करने के लिए
वे उत्तर प्रदेश सूचना का अधिकार नियमावली 2015 में अधिनियम का दुरुपयोग करने
वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के उस्मान द्वारा बताये गए नए प्रावधान को भी आयोग
में जगह-जगह लिखाए जाने और आयोग द्वरा इसका प्रचार-प्रसार करने की मांग करेंगी l
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