लखनऊ / 26 फरवरी 2018............
समाचार लेखिका - उर्वशी शर्मा ( स्वतंत्र पत्रकार )
Exclusive News by YAISHWARYAJ ©yaishwaryaj
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुआई में चल रही यूपी की वर्तमान भाजपा सरकार यूपी के सूचना आयुक्त अरविन्द सिंह बिष्ट और अरविन्द की पत्नी अम्बी बिष्ट द्वारा कूटरचना करके किये गए फर्जीबाड़े के आरोपों के उजागर होने के बाद भी कार्यवाही करने की जगह अपने आँख-कान बंद किये बैठी है और आरोपियों पर खासी मेहरबानी दिखा रही है l चौंकाने वाला यह खुलासा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के फायरब्रांड आरटीआई कंसलटेंट और इंजीनियर संजय शर्मा द्वारा दायर की गई एक आरटीआई पर उत्तर प्रदेश के शासन स्थित नगर विकास अनुभाग-4 के अनुभाग अधिकारी और जन सूचना अधिकारी आनंद कुमार सिंह द्वारा दिए गए एक जबाब से हुआ है l
बताते चलें कि लोकजीवन में पारदर्शिता और जबाबदेही और मानवाधिकार संरक्षण के लिए काम कर रहे देश के नामचीन कार्यकर्ताओं में शुमार होने वाले संजय शर्मा ने बीते साल के अक्टूबर महीने की 23 तारीख को यूपी के मुख्य सचिव के कार्यालय में एक आरटीआई अर्जी देकर लखनऊ विकास प्राधिकरण की तत्कालीन उप सचिव अम्बी बिष्ट द्वारा एलडीए की ट्रांस गोमती नार्थ चाँदगंज योजना में भूखंड संख्या बी-114 अपने पति और वर्तमान सूचना आयुक्त अरविन्द सिंह बिष्ट के नाम कराने के लिए तत्कालीन योजना सहायक सीमा अग्रवाल और अनुभाग अधिकारी देवेन्द्र लाल आर्य के साथ मिलकर रिकॉर्ड में साजिशन हेराफेरी और धोखाधड़ी करने के मामले में प्रदेश सरकार द्वारा की गई कार्यवाहियों जैसे विभागीय जांच शुरू करने, ऍफ़.आई.आर. लिखने आदि के सम्बन्ध में में 8 बिन्दुओं पर सूचना माँगी थी l
मुख्य सचिव कार्यालय के अनु सचिव और जन सूचना अधिकारी पी. के. पाण्डेय ने संजय की अर्जी को बीते साल के अक्टूबर महीने की 26 तारीख को शासन के आवास विभाग को ट्रान्सफर किया l शासन के आवास और शहरी नियोजन अनुभाग-7 के अनुभाग अधिकारी और जन सूचना अधिकारी राजेश कुमार मौर्या ने संजय द्वारा माँगी गई सूचनाएं अपने से सम्बंधित नहीं होना लिखते हुए संजय की अर्जी को बीते साल के नवम्बर महीने की 14 तारीख को शासन के नगर विकास अनुभाग-4 के जनसूचना अधिकारी को ट्रान्सफर कर दिया l
नगर विकास अनुभाग-4 के पीआइओ आनंद कुमार सिंह ने बीती 01 फरवरी को संजय को एक पत्र भेजा है जिसमें संजय को बताया गया है कि अभी अम्बी बिष्ट के खिलाफ न तो कोई विभागीय जांच संस्थित की गई है और न ही इस मामले में कोई FIR ही लिखाई गई है l
Scanned copies of original RTI & its replies can be viewed by clicking this exclusive web-link http://upcpri.blogspot.in/2018/02/up-rti-l.html
सामाजिक और राजनैतिक मुद्दों पर अपनी तीखी राय बेबाकी से रखने वाले RTI एक्सपर्ट संजय इस RTI जबाब के आधार पर कहते हैं कि सूबे में सत्ता परिवर्तन के बाद भी सत्ता का चरित्र नहीं बदला है l बकौल संजय पूर्ववर्ती सपा सरकार के समय अरविन्द सिंह बिष्ट और अम्बी बिष्ट सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव से रिश्तेदारी की बजह से राजनैतिक संरक्षण पा रहे थे तो वर्तमान भाजपा सरकार के समय ये दोनों सीएम आदित्यनाथ योगी के मूल प्रदेश उत्तराखंड से होने और ठाकुर जाति से होने की बजह से राजनैतिक संरक्षण पा रहे हैं l
एक संत को जाति,वर्ग,धर्म,सम्प्रदाय और देश-प्रदेश की सीमाओं से परे बताते हुए समाजसेवी संजय ने संत से मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ से उच्च अपेक्षाओं की बात कही है और अपने पंजीकृत सामाजिक संगठन ‘तहरीर’ के संस्थापक अध्यक्ष की हैसियत से सीएम योगी को पत्र लिखकर सूचना आयुक्त बिष्ट, अम्बी बिष्ट और एलडीए के अन्य दोषी कार्मिकों के खिलाफ विभागीय जांच और FIR लिखाकर विधिक कार्यवाही कराने की मांग रखने की बात इस स्वतंत्र पत्रकार उर्वशी शर्मा से की गई एक एक्सक्लूसिव वार्ता में कही है l
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News written by freelance journalist Urvashi Sharma
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