http://upcpri.blogspot.in/2015/05/blog-post_7.html
प्रिय मित्रों,
यह दुखद है कि हम जैसे जैसे मामले की तह में जा रहे हैं, हमें पता चल रहा
है कि हमारी सामाजिक संस्था यैश्वर्याज द्वारा हाल ही में सफलता पूर्वक
आयोजित किए गये आरटीआई सेमिनार और आरटीआई रत्न पुरस्कार समारोह को विफल
करने के षड्यंत्र में केवल पेशे से पत्रकार/अधिवक्ता और
ट्रॅन्स्परेन्सी इंटरनॅशनल इंडिया के उत्तर प्रदेश चॅप्टर की वर्किंग
कमेटी के सदस्य,सोसाइटी फॉर फास्ट जस्टीस लखनऊ के सचिव, आरटीआई
कार्यकर्ता महेंद्र अग्रवाल तथा आरटीआई काउन्सिल ऑफ यूपी के आलोक कुमार
सिंह ही शामिल नहीं थे अपितु यूपी के कई अन्य चर्चित और प्रतिष्ठित
समाजसेवी भी भीतर-घात की इस मुहिम में ज़ोर-शोर से लगे थे.
यह तो तब है जब मैने व्यक्तिगत रूप से लगभग सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं को
कार्यक्रम में आमंत्रित किया था. मुझे दुख है इन सम्मानित लोगों ने मेरे
एक ईमानदार प्रयास को बिफल करने का कुत्सित षडयंत्र रचा. मैं प्रमाण
इकट्ठा कर रही हूँ. शीघ्र ही ऐसे सभी नामों को प्रमाणों के साथ आपके
सामने रखूँगी.
उर्वशी शर्मा
मोबाइल +91 9369613513
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