लखनऊ / 26-02-17
सपा एम.एल.सी. बुक्कल नवाब द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 54
बीघा जमीन का मुआवजा लेने और इस मामले के मास्टरमाइंड बुक्कल नवाब, राजस्व विभाग
के और जिला प्रशासन के अधिकारियों को बचाने के आरोपी यूपी के मुख्य सचिव राहुल भटनागर के आपराधिक कृत्यों
की ऍफ़.आई.आर. लिख विधिक कार्यवाही कराने
के लिए लखनऊ की समाजसेविका और आरटीआई कार्यकत्री उर्वशी शर्मा कल लखनऊ के मुख्य
न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष आपराधिक वाद दायर करेंगी l
दरअसल मामला लखनऊ के जियामउ, जुगौली और भिकमामऊ गावों में अधिग्रहीत
जमीनों के मुआवजे के वितरण में हुए फर्जीवाड़े से सम्बंधित है l साल 2015 में इन
गाँवों की लगभग 13752 हेक्टेयर यानि 54 बीघा भूमि का अधिग्रहण के लिए चयन किया गया
l बुक्कल नवाब ने शहरी निकाय की जमीनों को फर्जी दस्तावेजों के जरिये अपना बताकर मुआवजा
लिया l अपने दावे के समर्थन में बुक्कल नवाब ने 1977 के जिस फैसले का जिक्र किया
था दरअसल ऐसा कोई मामला कभी अदालत गया ही नहीं था l बुक्कल नवाब ने 2011 में भी इन
जमीनों को लेकर फर्जी दावा ठोंका था जिसे
न्यायालय ने खारिज कर दिया था l
उर्वशी शर्मा ने बीते 17 फरवरी को इस मामले में विधान परिषद सदस्य
बुक्कल नवाब,यूपी के मुख्य सचिव राहुल भटनागर, राजस्व अधिकारियों और प्रशासनिक
अधिकारियों के खिलाफ ऍफ़.आई.आर. दर्ज कराकर सभी अभियुक्तों के खिलाफ कानूनी
कार्यवाही कराने के लिए 2 पेज की तहरीर लखनऊ के थाना हजरतगंज में थी l उर्वशी ने
इस तहरीर के साथ 19 पेज के संलग्नक साक्ष्य के रूप में थानाध्यक्ष हजरतगंज को दिये
थे l जब हजरत के थानाध्यक्ष द्वारा प्रथम
सूचना रिपोर्ट नहीं लिखी गई तो उर्वशी ने लखनऊ की एस.एस.पी. को भी पत्र दिया पर
लखनऊ की एस.एस.पी. मंजिल सैनी भी इस हाई प्रोफाइल मामले में ऍफ़.आई.आर. दर्ज कराने
की हिम्मत नहीं जूता पाईं l
उर्वशी ने बताया कि इस मामले के अभियुक्तों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही
कराने के लिए वे आने वाले सोमवार को यानि
कल लखनऊ के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष आपराधिक वाद दायर करेंगी l
उर्वशी ने बताया कि समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचारों के अनुसार सूबे के मुख्य सचिव राहुल भटनागर ने बुक्कल नवाब
द्वारा राजस्व अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों को साथ मिलाकर सरकारी जमीन का
मुआवजा लेने के लिए की गई जालसाजी को छुपाने की साजिश के तहत फर्जीबाड़ा कर एक झूंठा
कूटरचित हलफनामा बनाया और बुक्कल नवाब,राजस्व अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों
को बचाने की साजिश के तहत इसे उच्च न्यायालय लखनऊ में असली की तरह प्रयोग करने का
अपराध भी किया l उर्वशी ने बताया कि प्रकाशित समाचारों के अनुसार
भटनागर फर्जी काम करने व अधीनस्थों को फंसाने में माहिर हैं और उन्होंने इस मामले
में विशेष सचिवों को फंसाने के लिए फर्जीबाड़ा तो किया ही है साथ ही साथ राहुल भटनागर ने एक कूटरचित हलफनामें के द्वारा
असली दोषी अधिकारियों को बचाने और निर्दोषों को फंसाने की साजिश को अंजाम दिया है
l
बकौल उर्वशी उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ द्वारा दिनांक बीते 02
फरवरी को पारित एक आदेश के अनुसार बुक्कल नवाब,राजस्व अधिकारियों,प्रशासनिक
अधिकारियों और राहुल भटनागर के खिलाफ प्रथमदृष्टया आईपीसी की धारा 420,467,468,469,470,471, 34,166,167, 200, 203, 217, 218, 120B आदि के संज्ञेय अपराध
बनते हैं l उर्वशी के अनुसार बीते 07 फरवरी को राहुल भटनागर द्वारा उच्च न्यायालय
में दिये गये हलफनामे से स्पष्ट है कि राहुल भटनागर ने तो अपने अपराध की
स्वीकारोक्ति तक कर ली है l
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